नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के ओमिक्रॉन (Omicron) वेरियंट का कहर लगातार बढ़ रहा है. ताजा आंकड़ों पर गौर करें तो ओमिक्रॉन के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 236 हो गई है, जो बीतते समय के साथ बढ़ रही है. महाराष्ट्र और दिल्ली में ओमिक्रॉन के सबसे ज़्यादा 65 और 64 मामले मिले हैं. ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) आज शाम 6:30 बजे देश में कोविड-19 से संबंधित स्थिति की समीक्षा बैठक करेंगे. Omicron Scare: देश में तेजी से फैल रहा ओमिक्रॉन, गुजरात में 9 और पश्चिम बंगाल में 2 नए मामले आए सामने
पीएम मोदी की यह बैठक ऐसे समय हो रही है, जब केंद्र ने राज्यों को अलर्ट पर रहने और संक्रमण रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने की सलाह दी है. हाल ही में केंद्र सरकार ने कहा है कि नया कोविड वैरिएंट ओमिक्रॉन डेल्टा वैरिएंट की तुलना में तीन गुना अधिक तेजी से फैलने में सक्षम है.
The total number of #Omicron cases in India rises to 236, of which 104 have recovered: Ministry of Health and Family Welfare #COVID19 pic.twitter.com/1JccWcCBlX
— ANI (@ANI) December 23, 2021
केंद्र ने राज्यों से कहा है कि वे कोविड-19 से प्रभावित आबादी के उभरते आंकड़ों, भौगोलिक फैलाव, अस्पताल के बुनियादी ढांचे और इसके उपयोग, जनशक्ति, कंटेनमेंट जोन को अधिसूचित करने और जिला स्तर पर कंटेनमेंट जोन की परिधि को लागू करने की समीक्षा करें. केंद्र ने राज्यों को एक रणनीति तैयार करने को भी कहा है जो यह सुनिश्चित कर सके कि संक्रमण अन्य हिस्सों में फैलने से पहले स्थानीय स्तर पर ही निहित हो.
Prime Minister Narendra Modi to chair the #COVID19 review meeting at 6:30 pm today. pic.twitter.com/K2Sq9dSWfv
— ANI (@ANI) December 23, 2021
राज्यों से कहा गया है कि वे वॉर रूम्स को सक्रिय करें और सभी रुझानों और उछाल का विश्लेषण करते रहें, चाहे मामले कितने भी छोटे स्तर पर क्यों न हो. इसके अलावा केंद्र ने जिला या स्थानीय स्तर पर सक्रिय उपाय करते रहने पर भी जोर दिया है. केंद्र के निर्देश पर अब कुछ राज्य सख्त कदम उठाने की दिशा में बढ़ रहे है.
भारत कोरोना की तीसरी लहर का सामना कर रहा: स्टडी
ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच एक स्टडी में बताया गया है कि देश तीसरी कोविड लहर का सामना कर रहा भारत, जिसका पीक अगले साल फरवरी में होगा. भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा किए गए कई अध्ययनों में सामने आए निष्कर्षो से यह जानकारी सामने आई है. भारत में दिसंबर के मध्य से कोविड-19 की तीसरी लहर शुरू हो गई है और यह अगले साल फरवरी में अपने चरम पर पहुंच सकती है.
वैज्ञानिकों ने महामारी की पहली दो लहरों पर डेटा का उपयोग करके तीसरी लहर का पूर्वानुमान लगाया गया है. टीम ने विभिन्न देशों के डेटा का भी उपयोग किया, जो पहले से ही तीसरी लहर का सामना कर रहे हैं. इसके साथ ही टीम ने दैनिक मामलों के डेटा की मॉडलिंग की है और इस स्टडी के आधार पर भारत में तीसरी लहर के प्रभाव और समय की भविष्यवाणी की गई है. हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में बड़े पैमाने पर प्रतिरक्षा और वैक्सीनेशन के चलते संक्रमण दर दूसरी लहर की तुलना में तीसरी लगर में कम होगी.