मुंबई: कोरोना के मामले दूसरे अन्य राज्यों की अपेक्षा महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा पाए जा रहे हैं. जिसमें देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) और पुणे (Pune) शहर सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. इन दोनों शहरों में अब तक सबसे ज्यादा मामले पाए जा रहे हैं. मुंबई में जहां कोरोना के मामलों को रोकने के लिए बीएमसी हर संभव कदम उठा रही हैं. वहीं पुणे में कोरोना के बढ़ते मामलों के रोकथाम के लिए दो चरणो में 10 दिन के लिए लॉकडाउन घोषित है. पहला चरण 13 जुलाई से 18 जुलाई और दूसरा चरण 18 जुलाई से 23 जुलाई तक घोषित है. वहीं सोमवार को पुणे महानगर पालिका की तरफ से नई गाइडलाइन जारी हुआ है.
पुणे महानगर पालिका (PMC) द्वारा जारी नए गाइडलाइन के अनुसार 14 जुलाई से 18 जुलाई के बीच सभी ग्रॉसरी स्टोर और रिटेल दुकानों के साथ होल सेल की दुकाने पूरी तरह से बंद रहेंगी. वहीं 19 जुलाई से 23 जुलाई तक आवश्यक दुकाने सुबह 8 बजे से दोपहर के 12 बजे तक चालू रहेंगी. पहले फेस के लॉकडाउन में पांच दिन पूरी तरफ से सख्त रहेगें. यह भी पढ़े: कोरोना संकट: महाराष्ट्र के पुणे में लॉकडाउन के दौरान मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों से पुलिस ने करवाया योगा, देखें वीडियो
New Guidelines of lockdown and list of activities prohibited within the PMC limits. #OnGuardAgainstCorona pic.twitter.com/KIM0rznB36
— PUNE POLICE (@PuneCityPolice) July 13, 2020
लॉकडाउन अवधि के दूसरे चरण में जरूरी सामान बेचने वाली दुकानें और होलसेलर्स को 19 से 23 जुलाई के बीच सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक दुकानें खोलने की अनुमति रहेगी. सरकारी दफ्तर दस फीसदी कर्मचारियों के साथ काम करेंगे. पेट्रोल पर रोजाना सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक खुले रहेंगे.
वहीं दूसरे चरण में सभी प्राइवेट दफ्तर बंद रहेंगे. इसके साथ ही किसी भी राजनीतिक, धार्मिक, मनोरंजक, खेल जैसे गतिविधियों का आयोजन नही होगा. इस दौरान सभी धार्मिक स्थल, ब्यूटी पार्लर, सैलून, स्पा, स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक संस्थान आदि इस अवधि में बंद रहेंगे. इसके साथ ही होटल, रेस्त्रां, बार, रिसॉर्ट, मॉल और बाजार भी पूरी तरह बंद रहेंगे.
बता दें कि पुणे शहर में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते पुणे महानगर पालिका की तरफ से यह कदम उठाया गया है. ताकि कोरोना के मामले शहर में रोका जा सके. क्योंकि पुणे जिले में बीते 24 घंटे में एक दिन में सबसे ज्यादा 1,088 कोरोना मरीज मिले हैं. इसके साथ ही यहां मरीजों की संख्या बढ़कर 38,502 हो गई है.