मध्य प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ से हालात बदतर, कई इलाके जलमग्न तो कई इलाकों में जल-जमाव से अस्त-व्यस्त हुआ जन-जीवन
मध्य प्रदेश के गुना के एक इलाके में बाढ़ से बदले हालात, क्रेडिट, वीडियो स्क्रीनग्रैब, एएनआई.

इन दिनों देश के कई राज्य बाढ़ से जूझ रहे हैं. मध्य प्रदेश भी इनमें से एक है. राज्य में पिछले कुछ दिनों से जारी भारी बारिश के चलते कई इलाकों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. ग्वालियर से सटे इलाके, दतिया, गुना और शिवपुरी ऐसे इलाके हैं जहां बाढ़ ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है. सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ संयुक्त रूप से युद्ध स्तर पर रेस्कूय ऑपरेशन चला रहे हैं.

वहीं मध्य प्रदेश के गुना जिले के कई ऐसे जहां भारी बारिश और बाढ़ से हालात बद से बदतर हो गए हैं. गांवों-कस्बों में जलजमाव से जन-जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. लोगों को बचाने गए मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा खुद बाढ़ में फंस गए, सेना के हेलीकॉप्टर ने ऐसे किया रेस्क्यू

 

वहीं इस मामले में गुना के एडीएम विवेक रघुवंशी ने बताया कि, प्रशासन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं. घरों में बाढ़ का पानी घुसने की शिकायत मिली है. इलाके की नजदीकी आंगनबाड़ियों को राहत कैंप के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है.

 

उन्होंने आगे कहा कि, यहां आंगन बाड़ियों में रेस्क्यू के बाद आ रहे लोगों के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा भोजन और पानी की व्यवस्था की गई है. हम पूरे मामले में नजर बनाए हुए हैं. जहां भी लोगों के फंसे होने की खबर मिल रही है स्थानीय प्रशासन पूरी मुस्तैदी से उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम कर रहा है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुना, दतिया और शिवपुरी सहित आसपास के इलाकों के करीब 1100 गांव जलमग्न हो गए हैं. वहीं दूसरी नर्मांदचल से सटे इलाके भी बाढ़ की चपेट में हैं. यहां नर्मदा के तटीय इलाकों में जल स्तर बढ़ने के चलते लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के शिवपुरी, श्योपुर, ग्वालियर और दतिया सहित विभिन्न इलाकों में हो रही भारी बारिश के चलते बाढ़ के हालात बन गए हैं. करीब 1100 गांव जलमग्न हो गए हैं. जबकि नर्मदांचल के भी कई इलाकों में बाढ़ से तबाही मची हुई है.