Artificial Intelligence In Judiciary: केरल हाईकोर्ट आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को अपनाने की तैयारी में
Kerala High Court (Photo Credit : Twitter)

कोच्चि, 12 जुलाई: केरल उच्च न्यायालय वादियों की वॉयस रिकॉर्डिंग के आधार पर केस फाइलें तैयार करने के लिए एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) प्रणाली शुरू करने की तैयारी में है यह सुविधा न्यायालय के आईटी विभाग द्वारा इन-हाउस विकसित की जा रही है और यह नया नवाचार आईटी टीम की कई अग्रणी पहलों में से एक होगा. यह भी पढ़े: Abortion For Minor Impregnated By Brother: भाई द्वारा गर्भवती हुई 15 वर्षीय लड़की को केरल हाई कोर्ट ने दी 7 महीने का गर्भ समाप्त करने की अनुमति

यह नई सुविधा उच्च न्यायालय और जिला अदालतों द्वारा उनके निर्णयों का मलयालम में अनुवाद करने के लिए शिक्षा मंत्रालय के अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा विकसित एक एआई उपकरण 'अनुवादिनी' को नियोजित करने के बाद आई है.

इस टूल का उपयोग करके, 317 से अधिक उच्च न्यायालय के फैसले और 5,136 से अधिक जिला अदालत के फैसले पहले ही अंग्रेजी से मलयालम में अनुवादित किए जा चुके हैं और संबंधित अदालतों की वेबसाइटों पर अपलोड किए जा चुके हैं.

आईटी पहल का नेतृत्व न्यायाधीश ए. मुहम्मद मुस्ताक, वी. राजा विजयराघवन और कौसर एडप्पागथ की तीन सदस्यीय टीम कर रही है एक अन्य पहल के तहत विभिन्न सरकारी विभागों और वादियों सहित अन्य हितधारकों को कानूनी शिक्षा और जागरूकता प्रदान करने के लिए कानूनी सेवा प्राधिकरण के साथ निर्णयों के अनुवादित संस्करणों को साझा करने का प्रस्ताव है.