दोस्त इसी लिए होते हैं... भारतीय नौसेना ने बचाई बुल्गारिया के नागरिकों की जान, वहां की डिप्टी PM ने की भारत की तारीफ

समुद्री लुटेरों के खिलाफ एक ऑपरेशन में भारतीय नौसेना को बड़ी सफलता मिली है. भारतीय तट से लगभग 1,400 समुद्री मील दूर एक कमर्शियल मालवाहक जहाज पर सवार 35 सोमालियाई समुद्री लुटेरों को नौसेना ने आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर कर दिया. नेवी के जवानों ने चालक दल के 17 सदस्यों को भी वहां से सुरक्षित निकाला.

इस जहाज पर बुल्गारिया के भी 7 नागरिक सवार थे, जिन्हें नेवी ने बचाया. जिसके बाद बुल्गारिया की उप प्रधान मंत्री और विदेश मंत्री मारिया गेब्रियल ने भारत सराकर और इंडियन नेवी की तारीफ की. बुल्गारिया की विदेश मंत्री को जवाब देते हुए भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा- दोस्त किस लिये होते हैं..

उन्होंने कहा- मैं अपहृत जहाज रुएन और उसके चालक दल के सदस्यों, जिनमें 7 बीजी नागरिक भी शामिल हैं, को बचाने के सफल ऑपरेशन के लिए नौसेना के प्रति अपना आभार व्यक्त करती हूं. समर्थन और बेहतरीन प्रयास के लिए धन्यवाद. हम चालक दल के जीवन की रक्षा के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे.

आपको बता दें कि नौसेना ने सोमालियाई समुद्री लुटेरों के खिलाफ इस ऑपरेशन के लिए अपने P-8I समुद्री गश्ती विमान, फ्रंटलाइन वॉर शिप INS कोलकाता और INS सुभद्रा को उतारा. इसके बाद ऑपरेशन के लिए सी-17 विमान से मार्कोस कमांडो को कमर्शियल शिप पर उतारा गया, जिसके बाद लुटेरों ने सरेंडर कर दिया.

नौसेना की तरफ से कहा गया कि हथियारबंद समुद्री लुटेरे रुएन नाम के एक मालवाहक जहाज पर सवार होकर निकले थे जिसे करीब तीन महीने पहले अपहरण कर लिया गया था.

नौसेना ने उत्तर और मध्य अरब सागर सहित महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों में व्यापारिक हितों को सुरक्षित रखने के लिए समुद्री सुरक्षा अभियानों के तहत वॉर शिप और निगरानी विमानों की तैनाती पहले ही बढ़ा दी है. पिछले कुछ महीनों में हुती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में कई मालवाहक जहाजों को बंधक बना लिया गया, जिसके बाद भारतीय नौसेना ने एक्शन लिया.