नई दिल्ली, 23 फरवरी 2021. भारत और चीन के बीच बॉर्डर (India-China Disengagement) पर जारी तनाव को लेकर बयानबाजी लगातार हो रही है. कांग्रेस सहित तमाम दलों ने इस मामले को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. इसके साथ ही चीन को आर्थिक मोर्चे पर भारत ने काफी नुकसान पहुंचाया हुआ है. गलवान घाटी में नापाक हरकत के बाद भारत ने बड़ी तादात में चीनी एप्स पर बैन लगाया है. हालांकि यह मामला अब धीरे-धीरे सुलझ रहा है. पैंगोंग झील से भारत और चीन की सेना पीछे हट रही है. इसी बीच आईटीबीपी के डीजी ने पेट्रोलिंग पर बात करते हुए कहा कि हमारे सारे बीओपी बॉर्डर पर हैं और लगातार वहां पर हमारी तैनाती रहेगी.
भारत-चीन के बीच कुछ प्वाइंट पर हुई डिसइंगेजमेंट के बाद आईटीबीपी की पेट्रोलिंग पर डीजी ने कहा कि हमारे सारे बीओपी बॉर्डर पर हैं और लगातार वहां पर हमारी तैनाती रहेगी. द्विपक्षीय समझौते के मुताबिक आर्मी थोड़ा पीछे आएगी लेकिन सभी पोस्ट पर हमारी तैनाती रहेगी और पेट्रोलिंग भी जारी रहेगी. यह भी पढ़ें-India-China Border Tension: लोकसभा में राजनाथ सिंह ने बताया- पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील क्षेत्र से सेनाओं के पीछे हटने का चीन के साथ समझौता हुआ
ANI का ट्वीट-
हमारे सारे बीओपी बॉर्डर पर हैं और लगातार वहां पर हमारी तैनाती रहेगी। द्विपक्षीय समझौते के मुताबिक आर्मी थोड़ा पीछे आएगी लेकिन सभी पोस्ट पर हमारी तैनाती रहेगी और पेट्रोलिंग भी जारी रहेगी: भारत-चीन के बीच कुछ प्वाइंट पर हुई डिसइंगेजमेंट के बाद आईटीबीपी की पेट्रोलिंग पर आईटीबीपी DG pic.twitter.com/qZDWJLNSqE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 23, 2021
गौरतलब है कि इससे पहले भारत-चीन बॉर्डर मसले को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि भारत की जमीन से चीनी सैनिक पीछे हट गए हैं और हमने कुछ नहीं खोया है. सिंह ने यह भी जानकारी दी थी कि दोनों सेनाओं के बीच पैंगोंग झील क्षेत्र में पीछे हटने पर सहमति बनी है.