लगातार हो रही बारिश ने बिहार (Bihar) और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का हाल बेहाल कर दिया है. दरअसल, मूसलाधार बारिश (Heavy Rainfall) के कारण पटना (Patna) के कई इलाकों में जलजमाव (Water-logging) हो गया है. पटना के कई मोहल्लों की सड़कों पर करीब डेढ़ से दो फुट तक पानी जमा हो गया है. इसके कारण स्थानीय लोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं. वहीं, भारी बारिश के कारण मंगलवार को पटना में पुलिसवालों के टेंट पर विशालकाय पेड़ गिरने से 10 जवान घायल हो गए. घायल पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है.
बताया जा रहा है कि यह टेंट पुलिस लाइन स्थित शस्त्रागार से लगा हुआ था जहां पुलिसकर्मी ठहरे हुए थे. पेड़ गिरने के कारण पूरे इलाके में कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिहार में तेज बारिश के साथ बिजली गिरने से 17 लोगों की मौत हो गई है. यह भी पढ़ें- उत्तर प्रदेश: गंगा नदी उफान पर, कई शहरों में घुसा बाढ़ का पानी- 3 दिन तक स्कूल बंद.
#Bihar: Water-logging in several parts of Patna, after heavy rainfall in the city. pic.twitter.com/NhL0dMRril
— ANI (@ANI) September 18, 2019
उधर, भारी बारिश के कारण उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा व यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है और निचले इलाकों के कई घरों और दुकानों में पानी घुस गया है. वाराणसी में भी कुछ ऐसे ही हालात हैं. इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा और यमुना नदी के तटीय हिस्सों में बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रयागराज और वाराणसी के अधिकारियों को पूरी चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं. बुधवार को एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रशासन के अधिकारियों को बाढ़ के मद्देनजर सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
Prayagraj: Houses and shops in low-lying areas of the city are partially submerged due to a rise in the water level of rivers Ganga and Yamuna due to rainfall. pic.twitter.com/4XCs7b918k
— ANI UP (@ANINewsUP) September 18, 2019
प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सभी प्रबन्ध सुनिश्चित करते हुए बाढ़ चौकियों को सक्रिय करने के निर्देश दिए. उन्होंने बाढ़ से जनहानि और पशु हानि को प्रत्येक दशा में रोकने के निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों को समय रहते सुरक्षित स्थानों पर, बाढ़ राहत शिविरों में पहुंचाया जाये. उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को हरसम्भव राहत और मदद उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए.