नई दिल्ली: देश में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप से आम-जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चूका है. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने देश में इस महामारी के बढ़ते प्रचंडता को देखते हुए एक बार फिर लॉकडाउन में इजाफा किया है. पीएम मोदी ने इस बार देश में लॉकडाउन को 31 मई तक के लिए बढ़ाया है. लॉकडाउन 4.0 के बीच केंद्र सरकार ने देश में कुछ रियायतें दी गई हैं और इस बार कुछ सावधानियों और नियमों के साथ छूट देते हुए अलग तरह का लॉकडाउन लगाया है.
मोदी सरकार ने 4.0 लॉकडाउन के तहत राज्यों को अधिकार दिया है कि वह अपनी रणनीति के अनुसार स्थिति के नियंत्रण को देखते हुए कदम उठाएं. इस बीच कई राज्यों ने देश में मंदी को देखते हुए आर्थिक गतिविधियां तेज कर दी हैं. ऐसे में कार्यस्थल पर सावधानी को मद्देनजर रखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से कुछ गाइडलाइन जारी की गई हैं जिन्हें कार्यस्थलों और ऑफिस में अपनाना बेहद जरूरी है ताकि देश में कोरोना संक्रमण को रोका जा सके.
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी की गई गाइडलाइन-
1- कार्यस्थल पर कर्मचारियों के बीच दूरी बनाए रखना जरूरी है. इसके अलावा कार्यस्थल पर बैठने की व्यवस्था से लेकर कई बातों के लिए 1 मीटर की दूरी होना बेहद जरूरी है.
2- मुंह को मास्क या कपड़े से ढकना अति आवश्यक है.
3- हाथ को साबुन, हैंडवॉश या हैंड सैनिटाइजर से हर थोड़ी थोड़ी देर में साफ करते रहना है.
4- किसी के बीमार होने पर तुरंत सूचना देना जरूरी.
5- छीकने और खांसने संबंधी प्राकृतिक गतिविधियों के दौरान मुंह को ढंककर रखें.
Guidelines on preventive measures to contain spread of #COVID19 in workplace settings have been issued. Details at:https://t.co/2T8bg5J3fw#Lockdown4 #CoronaOutbreak@PMOIndia @drharshvardhan @AshwiniKChoubey @PIB_India @CovidIndiaSeva @COVIDNewsByMIB
— Ministry of Health 🇮🇳 #StayHome #StaySafe (@MoHFW_INDIA) May 19, 2020
बता दें कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Health and Family Welfare) द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ो के अनुसार देश में इस वायरस के अबतक 1 लाख 1 हजार 1 सौ 39 मामले सामने आ चुके हैं. देश में इस महामारी से अबतक 3 हजार 1 सौ 63 लोगों की मौत हुई है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए आंकड़ों के अनुसार देश में आज इस महामारी के 4 हजार 9 सौ 70 मामले सामने आए हैं, वहीं 1 सौ 34 लोगों की मौत हुई है.