13 फरवरी: कर्नाटक (Karnataka) से शुरू हुआ हिजाब पर विवाद (Hijab Row) अब देश के कई हिस्सों तक दस्तक दे चुका है. इन सबके बीच केरल के गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान (Kerala Governor Arif Mohammad Khan) ने इस मसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा "भारत को यह मानने के लिए कहा जा रहा है कि हिजाब का मामला आंतरिक है. अगर हम उस तर्क को स्वीकार करते हैं, तो मुस्लिम (Muslim) लड़कियों को फिर से उनके घरों में धकेल दिया जाएगा, क्योंकि अगर वे शिक्षा नहीं ले सकेंगी, तो उनकी शिक्षा में रुचि कम हो जाएगी." Hijab Controversy: चुनावों के दौरान हिजाब विवाद, यूसीसी जैसे मुद्दे उठाकर भाजपा ध्रुवीकरण का प्रयास कर रही है- नेता सलमान खुर्शीद
आरिफ़ मोहम्मद खान ने कहा कि कुरान में 7 जगह हिजाब (Hijab in Quran) का जिक्र है और वो महिला के वेशभूषा संदर्भ में नहीं है. आगे कहा उन्होंने कहा कि अरब समाज में ऐसे लोग थे जो जन्म के तुरंत बाद अपनी बच्चियों को दफना देते थे. इस्लाम ने इसे समाप्त कर दिया, लेकिन वह मानसिकता अभी भी कायम है. पहले उन्होंने तीन तलाक का आविष्कार किया, फिर हिजाब और फिर मुस्लिम महिलाओं को प्रताड़ित रखने के लिए अन्य प्रकार की चीजों का आविष्कार किया.
हिजाब धर्म का मसला है ही नहीं। आरिफ़ मोहम्मद खान को सुनिए, बता रहे हैं कि कुरान में 7 जगह हिजाब का जिक्र है और वो किस लिए है।
— Sushant Sinha (@SushantBSinha) February 12, 2022
उन्होंने कहा "हिजाब का संबंध महिलाओं के वेशभूषा से नहीं है. जो लोग हिजाब के मुद्दे पर सियासत कर रहे हैं वो हिजाब का मतलब क्या है ये बताएं. कुरान का हवाला देकर गलत संदेश दिया जा रहा है."
India is being asked to believe that hijab is intrinsic. If we accept that argument, Muslim girls will be pushed again to their homes because if they can't pursue education, their interest in education will diminish: Kerala Governor Arif Mohammad Khan on hijab row pic.twitter.com/tS0syTut6w
— ANI (@ANI) February 13, 2022
आरिफ मोहम्मद खान ने सनातन धर्म के सिद्धांतों और इस्लाम के सिद्धातों को एक बताया. उन्होंने कहा लोगों को हिजाब के मुद्दे पर सही जानकारी देने की आवश्यकता है. इससे पहले उन्होंने सिखों का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे सिखों के लिए पगड़ी जरूरी नहीं है. उसी तरफ से इस्लाम में हिजाब जरूरी नहीं है. क्योंकि हिजाब इस्लाम का आवश्यक हिस्सा नहीं है. इस पूरे विवाद को लेकर केरल के राज्यपाल ने छात्रों से अपील की है कि वो क्लारूम में लौट आएं और आगे की अपनी पढ़ाई करें.