नई दिल्ली: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने आज सोमवार को सार्वजनिक बैंकों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की. इस बैठक में वित्तमंत्री ने PSBs के साथ कई अहम मुद्दों पर चर्चा की. इस बैठक में अर्थव्यस्था में तेजी लाने के साथ MSMEs सहित कई मुद्दों पर बातचीत हुई. बैठक के बाद वित्तमंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस की, जिसमें उन्होंने बैंकों के विलय, पीएमसी संकट सहित कई विषयों पर बात की. वित्तमंत्री ने बैंकों के विलय पर कहा कि पूरी प्रक्रिया सामान्य तौर पर चल रही है. एक बैंक बोर्ड के सभी सदस्य मेन बैंक बोर्ड में शामिल होंगे. प्रक्रिया को आसान बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.
निर्मला सीतारमण ने कहा, कंपनी अधिनियम में संशोधन किया जा रहा है ताकि यह दंडात्मक न लगे, सरकार बड़े सुधारों पर काम करती रहेगी. पीएमएमसी बैंक संकट पर निर्मला सीतारमण ने कहा, "मैं आज (सोमवार) सुबह ही RBI के गवर्नर से PMC बैंक के मुद्दे पर बात की है. RBI के गवर्नर ने मुझे आश्वस्त किया है कि इस मुद्दे को हल करते वक्त वह ग्राहकों के हितों को ध्यान में रखेंगे. मैं स्थिति पर नजर बनाए हुए हूं.
बैंकों के विलय की प्रक्रिया सामान्य तौर पर चल रही है-
Finance Minister Nirmala Sitharaman in Delhi: On the merger of banks, everything is going smoothly, the bank boards have all been on board, they have taken the necessary steps to keep that process going smoothly. pic.twitter.com/LuiZoKdeff
— ANI (@ANI) October 14, 2019
वित्तमंत्री ने बताया कि कॉरपोरेट अफेयर्स मिनिस्ट्री के पास उन कंपनियों की एक सूची है जिनका MSMEs पर 40,000 करोड़ रुपए बकाया है. उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट अफेयर्स सेक्रेटरी और बैंकिंग सेक्रेटरी यह डाटा बैंकों को देंगे. सेक्रेटरी कॉर्पोरेट अफेयर्स और सेक्रेटरी बैंकिंग यह सुनिश्चित करेंगे कि डेटा को अलग-अलग रूप में इन बैंकों को दिया जाए.
पीएमसी संकट पर बोलीं वित्तमंत्री-
#WATCH Delhi: FM Nirmala Sitharaman answers a question on Punjab&Maharashtra Co-operative (PMC) Bank,says "...The RBI repeatedly has assured me, even today the Guv has assured me that he'll keep the interest of customers in mind&at the earliest try to resolve it as he goes on..." pic.twitter.com/aAb1YpGFlS
— ANI (@ANI) October 14, 2019
सीतारमण ने यह भी कहा कि ये डाटा मिलने के बाद बैंक इन सभी MSMEs से मुलाकात करेंगे और उनसे पूछेंगे कि क्या वो इस रकम में कोई डिस्काउंट दे सकते हैं. जिन कंपनियों पर यह रकम बकाया है उनका दावा है कि MSME पेमेंट के लिए छूट देने को तैयार हैं. वित्तमंत्री ने कहा, मैंने सचिव एमसीए से इन सभी कंपनियों को लिखने का अनुरोध किया है, ताकि यह सब दिवाली से पहले हल किया जा सके.