देश में आर्थिक मंदी (Indian Economic Slowdown) का असर दिखाई दे रहा है. इसे लेकर मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर है. जीडीपी में गिरावट के बाद विपक्ष ने चौतरफा हमला करना शुरू कर दिया है. वैसे आर्थिक मंदी की आहट के बीच केंद्र सरकार ने उद्योग जगत को राहत देने के लिए पिछले कुछ वक्त में कई बड़े निर्णय लिए हैं. लेकिन विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर सरकार को घेरने का मन बना चुकी है. इसी बीच देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ( Nirmala Sitaraman ) के पति परकाला प्रभाकर (Parakala Prabhakar) ने पूर्व प्रधानमंत्रियों नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह की नीतियों से मोदी सरकार को कुछ सिखने की नसीहत दे दी है. वहीं उनके इस बयान के बाद सियासी गलियारे में गहमागहमी शुरू हो गई है.
पराकला प्रभाकर ने एक अंग्रेजी अखबार 'द हिंदू' में लेख लिखकर कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत बिगड़ी हुई है, इसे बेहतर बनाने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए. पराकला प्रभाकर ने कहा कि सरकार इस संकट से निपटने के लिए कोई रोडमैप नहीं प्रस्तुत कर पाई है.
उन्होंने अपने लेख में लिखा कि, अगर केंद्र सरकार राव-मनमोहन सिंह की नीतियों को अपनाती है और आक्रामक तरीके से इसपर काम करती है तो इससे देश को फायदा होगा. इससे देश की अर्थव्यवस्था फिर से पटरी पर आ जाएगी.
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बता दें कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के हसबैंड परकला प्रभाकर का जन्म 2 जनवरी 1959 को आंध्र प्रदेश के नरसापुरम में हुआ था. उन्होंने डॉक्टरेट की उपाधि लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से ली है. इसके साथ ही जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) एमए (MA) और मास्टर ऑफ फिलॉसफी एम फिल (MPhil) भी की भी डिग्री प्राप्त की है. उनकी मां आंध्र प्रदेश में कांग्रेस की विधायक थीं. परकला प्रभाकर एक प्रखर वक्ता और बुद्धिजीवी की है. उनकी पहचान प्रशिक्षित अर्थशास्त्री, जाने-माने राजनीतिज्ञ, आर्थिक और सामाजिक मामलों के एक प्रसिद्ध टिप्पणीकार के रूप हैं.