दिल्ली सरकार ने 24 घंटे में बदला अपना फैसला, अब सभी नर्सिंग होम में नहीं होगा कोविड-19 मरीजों का इलाज
कोरोना वायरस का कहर (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने 10 बेड से 49 बेड तक की क्षमता के सभी नर्सिंग होम को कोविड-19 (COVID-19) नर्सिंग होम घोषित करने के अपने आदेश को वापस ले लिया है. शनिवार को ही केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में कोरोना रोगियों के उपचार के लिए छोटे नर्सिंग होम और क्लीनिक को कोरोना स्पेशल नर्सिंग होम में तब्दील करने का आदेश जारी किया था. दिल्ली में कोविड-19 के सर्वाधिक 2,224 नए मामले सामने आने के बाद आंकड़ा 41,000 के पार

इसके जरिए राष्ट्रीय राजधानी में 5000 अतिरिक्त कोरोना बेड उपलब्ध कराने की योजना बनायी गई थी. आदेश में कहा गया था कि 10 से 49 बेड की क्षमता वाले सभी नर्सिंग होम को कोरोना संक्रमितों का इलाज शुरू करे. हालांकि केवल आंख के अस्पताल, ईएनटी सेंटर, डायलिसिस सेंटर,  मातृत्व गृह (Maternity Homes) और आईवीएफ सेंटर को इस आदेश से बाहर रखा गया था. दिल्ली सरकार ने सभी अस्पतालों को कोविड-19 के इलाज पर आने वाला खर्च साझा करने कहा

दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के अनुमान के मुताबिक शहर में लगभग 700 नर्सिंग होम हैं, जिनमें से अधिकांश में लगभग 20 बेड हैं. दिल्ली के छह फाइव स्टार होटल में भी कोरोना रोगियों का उपचार करने का फैसला लिया गया है. इन फाइव स्टार होटलों को दिल्ली के अपोलो, बत्रा, मैक्स, गंगाराम, और बीएल कपूर अस्पताल के साथ जोड़ा गया है. दिल्ली में कोरोना से निपटने के लिए मोदी सरकार देगी 500 रेलवे कोच, दो दिन में डबल होगी कोविड-19 टेस्टिंग

उल्लेखनीय है कि रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली के तीनों नगर निगमों के महापौर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में दिल्ली में कोरोना की स्थिति पर चर्चा की. जबकि केंद्र सरकार ने तुरंत 500 रेलवे कोच दिल्ली को देने का निर्णय लिया जिससे दिल्ली में कोरोना के लिए 8000 बेड बढ़ाया जा सके. साथ ही दिल्ली में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अगले दो दिन में कोरोना की टेस्टिंग को बढाकर दो गुना किया जायेगा और 6 दिन बाद बढाकर तीन गुना किया जाएगा.