दिल्ली: भारत मिशन के 64 प्रमुख हैदराबाद के लिए रवाना हुए हैं, जहां वे विदेश मंत्रालय (एमईए) द्वारा ब्रीफिंग की निरंतरता में भारत बायोटेक एंड बायोलॉजिकल ई. लिमिटेड का दौरा करने वाले हैं. भारत बायोटेक एंड बायोलॉजिकल ई. लिमिटेड COVID-19 वैक्सीन विकसित कर रही हैं. इस समूह यात्रा का आयोजन दुनिया भर में कोविड -19 टीकों के निर्माण की दौड़ की वजह से किया है, आज जिन कंपनियों का दौरा हो रहा है उनमें हैदराबाद की प्रमुख बायोटेक कंपनियां, भारत बायोटेक और बायोलॉजिकल ई शामिल हैं. यह यात्रा भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला द्वारा भारत की वैक्सीन निर्माण क्षमता और पिछले महीने संभावित क्षमता के बारे में जानकारी देने के लिए की जा रही है.
यह पहली ऐसी यात्रा है और इसके बाद अन्य शहरों में सर्विसेस का दौरा किया जाएगा," “हम COVID 19 महामारी के खिलाफ वैश्विक प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं. सूत्रों ने कहा कि भारत के वैक्सीन विकास के प्रयासों में बहुत रुचि है. भारत दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता है. यह भी पढ़ें: COVID-19 Vaccine Updates: देशी कोरोना वैक्सीन का इमरजेंसी इस्तेमाल जल्द हो सकता है शुरू, AIIMS के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने बताई ये अहम बात
देखें ट्वीट:
Delhi: 64 Heads of Missions in India leave for Hyderabad, where they are scheduled to visit Bharat Biotech and Biological E. Ltd, in continuation of the briefing by Ministry of External Affairs (MEA). The facilities are developing #COVID19 vaccine. pic.twitter.com/LqlZtsT5Cr
— ANI (@ANI) December 9, 2020
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भारत का टीका उत्पादन और वितरण क्षमता का उपयोग इस संकट से लड़ने में मानवता की मदद करने के लिए किया जाएगा. इस साल की शुरुआत में दुनिया भर में कोविड -19 महामारी फैलने के साथ ही भारत ने 150 से अधिक देशों में हाइड्रॉक्सी कोलेरोक्वाइन और पेरासिटामोल के खेप भेजे. भारत ने वेंटिलेटर के अलावा मास्क और व्यक्तिगत सुरक्षा सूट के निर्माण में भी आत्मनिर्भरता हासिल कर ली है और अब इनमें से कुछ उत्पादों का विदेशों में निर्यात कर रहा है.