नई दिल्ली: देश में कोरोना (COVID-19) के मामलों में उतार चढ़ाव जारी है. इस बीच देश में तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है. अभी कुछ दिन पहले महाराष्ट्र (Maharashtra) के मंत्री नितिन राउत (Nitin Raut) ने दावा किया कि नागपुर (Nagpur) में कोरोना वायरस की तीसरी लहर आ गई है. महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर के अलर्ट के बाद मध्य प्रदेश में भी कोरोना की तीसरी लहर की आंशका बढ़ गई है. बीते कुछ समय से लगातार कोरोना के एक्टिव केस बढ़ने के बाद अब सरकार की चिंता भी बढ़ गई है. Maharashtra: गणेश उत्सव की खुशियों के बीच कोरोना के तीसरी लहर का डर, मुंबई-ठाणे समेत इन जिलों के लिए चुनौती बड़ी
प्रमुख विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि तीसरी लहर मध्य प्रदेश में कभी भी पहुंच सकती है, या हो सकता है कि इसकी शुरुआत हो गई हो. क्योंकि राज्य में इस महीने अब तक सक्रिय मामलों की संख्या में 38 फीसदी से अधिक की वृद्धि हुई है. रिपोर्ट के अनुसार, जबलपुर जिले में मध्य प्रदेश के कुल सक्रिय COVID-19 मामलों का 33 प्रतिशत हिस्सा है, जिसमें पिछले 11 दिनों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है.
टाइम्स ऑफ इंडिया ने एम्स-भोपाल के निदेशक डॉ सरमन सिंह के हवाले से बताया कि जब तक 100 फीसदी टीकाकरण नहीं होता है, तब तक हमेशा एक और लहर की संभावना बनी रहेगी. "हालिया वृद्धि को देखते हुए, यह तीसरी लहर की शुरुआत हो सकती है." उन्होंने कहा, संक्रमण शायद उतना गंभीर नहीं होगा जब तक कि वायरस का एक नया वेरिएंट न हो.
इस बीच सरकार की तरफ से लगातार अपील की जा रही है कि सभी कोरोना नियमों का पालन करें. फेस मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रख कर बचाव किया जा सकता है.
मध्य प्रदेश में कोरोना के मामले फिलहाल कम हैं लेकिन सरकार को डर है कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र से संक्रमण न फैले. दरअसल महाराष्ट्र का मध्य प्रदेश से सीधा संपर्क है. रोजाना बड़ी सख्या में लोग नागपुर और मुंबई जैसे शहरों से मध्य प्रदेश आते हैं.
मध्य प्रदेश में शनिवार को कोरोना के 16 नए मामले आए और किसी मरीज की मौत नहीं हुई. राज्य में 136 सक्रिय मामले हैं.