मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना वायरस (COVID-19) का खतरा बरकरार है. कोरोना संकट के बीच राज्य में शुक्रवार 11 दिवसीय गणेश उत्सव की शुरुआत हो गई है. त्योहारों के दिनों में कोरोना संक्रमण की स्थिति पर सरकार अपनी पैनी नजर बनाए हुए है. शुक्रवार को राज्य में कोरोना के 4,154 नए मामले सामने आए और 44 और मरीजों की मौत हो गई. महाराष्ट्र में अभी 49,812 एक्टिव केस है. राज्य की राजधानी मुंबई में शुक्रवार को संक्रमण के 441 नए मामले सामने आए तथा पांच और मरीजों की मौत हो गई. राज्य सरकार को डर है कि त्योहारों के दिनों में मामले और न बढ़ने लगें. कपड़े का मास्क एक साल तक हो सकता है असरदार : अध्ययन.
राज्य के पांच जिलों में कोरोना का खतरा अधिक है, जहां एक्टिव मामलों की संख्या सबसे अधिक है. इन जिलों में मुंबई और ठाणे भी शामिल हैं. ये दोनों जिले राज्य में आने वाली पहली और दूसरी लहर दोनों में कोविड -19 हॉटस्पॉट थे. गणेश उत्सव के दौरान राज्य में कोरोना संक्रमण न बढ़े, इसलिए राज्य सरकार लगातार जनता से कोरोना नियमों का पालन करने की अपील कर रही है. Maharashtra: कोविड-19 के साए में लगातार दूसरे साल ऑनलाइन ही होंगे बप्पा के दर्शन.
राज्य सरकार ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा जारी की गई कोविड गाइडलाइंस (COVID Guidelines) का अच्छी तरह से पालन करें. महाराष्ट्र में जिन 5 जिलों में कोरोना के मामले सबसे अधिक हैं उनमें टॉप पर पुणे है. इसके बाद ठाणे, सतारा, अहमदनगर और मुंबई में सबसे अधिक सक्रिय मामले हैं. महाराष्ट्र की केस रिकवरी दर 97.05 प्रतिशत है जबकि मृत्यु दर 2.12 प्रतिशत है.
इस बीच केरल और महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामलों से देश में तीसरी लहर की आहट सुनाई देने लगी है. महाराष्ट्र और केरल में नए कोविड-19 संक्रमण के दैनिक आंकड़े यह बात साफ कह रहे हैं कि ढिलाई के लिए कोई जगह नहीं हो सकती है. स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार ने केरल और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में ज्यादा मामलों का उल्लेख करते हुए कहा है कि किसी भी तरह की ढिलाई नहीं की जा सकती है.