Budget 2020: मोदी सरकार अपने कार्यकाल का दूसरा आम बजट शनिवार को पेश करने वाली है. सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था के मद्देनजर अबकी बार बजट से देश के आम आदमी से लेकर छोटे-बड़े कारोबारियों को बहुत सारी उम्मीदें लगी हैं. कई रिपोर्ट्स के हवाले से पता चला है कि आम बजट 2020-21 रेल यात्रियों की सुख-सुविधाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा. पिछली बार की तरह ही इस बार भी किराए में बढ़ोतरी की उम्मीद ना के बराबर है.
आम बजट के साथ पेश होने वाला रेल बजट में सबसे ज्यादा फोकस रेल इंफ्रास्ट्रक्चर पर होगा. इसके तहत रेलवे का बजट अबकी बार बढाया जा सकता है. पिछले साल सरकार ने वर्ष 2019-20 में रेलवे के लिए 64,587 करोड़ रुपये आवंटित किए थे. इसमें से वर्ष 2019-20 में पूर्वोत्तर क्षेत्रों के लिए अवसंरचना आवंटन को 21 प्रतिशत बढ़ाकर 58,166 करोड़ रुपये किया था. इसके साथ ही नई ट्रेनों की घोषणा और ट्रेनों में सुधार भी बजट सूची में शामिल हो सकता है. Economic Survey 2020: वित्त मंत्री ने पेश किया 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का रोडमैप, ऐसे हासिल होगा जादुई आंकड़ा
बताया जा रहा है कि स्टेशनों और रेल डिब्बे को आधुनिक बनाने पर भी जोर दिया जा सकता हैं. साथ ही कई आधुनिक ट्रेनों के निर्माण पर भी बजट में फोकस किया जा सकता है. इसके अलावा उत्तर भारत के लिए कई नई ट्रेनों के ऐलान की भी उम्मीद जताई जा रही है.
यह पांचवी बार होगा जब रेल बजट को आम बजट के साथ ही पेश किया जाएगा. मोदी सरकार ने 92 साल पुरानी परंपरा को खत्म कर दिया. इससे पहले रेल बजट को आम बजट से एक दिन पहले पेश किया जाता था. पिछले बजट में रेलवे ने यात्रियों को स्वेदश में पहली बार विकसित एवं निर्मित सेमी हाई-स्पीड ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ की सौगात दी थी. साथ ही नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कई उपाय सुझाये गए थे.