मुंबई: अरब सागर में इस साल उठने वाला पहला चक्रवात ‘बिपरजॉय’ अगले छह घंटे के दौरान अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है. मौसम विभाग ने अपने लेटेस्ट अपडेट में बताया कि चक्रवाती तूफान बिपरजॉय अगले छह घंटे में भीषण रूप ले सकता है. भारतीय मौसम विभाग के मौजूदा पूर्वानुमान के अनुसार, इसके गुजरात के तट से टकराने की संभावना नहीं है. चक्रवात के पोरबंदर तट से 200-300 किमी की दूरी से गुजरने की संभावना है. Cyclone Biporjoy In Mumbai Video: चक्रवात 'बिपरजॉय' का असर, गिरगांव चौपाटी में हवाओं की गति हुई बेहद तेज.
मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवात अगले पांच दिनों में गुजरात में आंधी और तेज हवा लाएगा क्योंकि इसके पोरबंदर तट से 200-300 किमी की दूरी से गुजरने की संभावना है. अपने नवीनतम पूर्वानुमान में, आईएमडी ने कहा कि चक्रवात अगले 24 घंटों के दौरान धीरे-धीरे उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ेगा, इसके बाद के तीन दिनों के दौरान उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा.
मौसम विभाग ने कहा, 'गुजरात में अगले पांच दिनों के दौरान गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. खासकर सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में हवा की गति तेज रहेगी. चक्रवात 'बिपारजॉय' के मद्देनजर भारी बारिश की आशंका वाले केरल के आठ जिलों को येलो अलर्ट पर रखा गया है. मौसम विभाग ने अगले तीन दिन तक केरल और तटीय कर्नाटक में छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा की चेतावनी दी है.
मुंबई, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों सहित महाराष्ट्र के तटीय इलाकों के लिए चेतावनी जारी की गई है. इन जिलों में अगले 24 घंटों में तेज हवाएं चलने की संभावना है और इस दौरान समुद्र में लहरों की गति बेहद तेज रहने का अनुमान है.
मछुआरों के लिए चेतावनी
IMD ने मछुआरों को अगले पांच दिनों के दौरान अरब सागर में न जाने की चेतावनी दी है और मछली पकड़ने की सभी गतिविधियों को स्थगित कर दिया गया है. चक्रवात उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है. अगले 24 घंटों में इसकी गति बदलकर उत्तर पूर्व की ओर होने की संभावना है. इसके बाद चक्रवात की गति उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर होगी.
राजस्थान में बारिश का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के कारण अगले सप्ताह राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है. मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार अति भीषण चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' धीरे-धीरे उत्तर दिशा की ओर आगे बढ़ रहा है. मौसम केंद्र के मुताबिक 16-17 मई को राज्य में आंधी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है.