PM Kisan Pension Yojana 2025: किसानों के लिए खुशखबरी, बुढ़ापे में हर महीने मिलेंगे ₹3,000! जानिए पीएम किसान मानधन योजना का पूरा प्रोसेस
PM-Kisan 20th Installment

PM Kisan Maandhan Yojana: देश के करोड़ों छोटे और सीमांत किसानों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है. केंद्र सरकार ने किसानों की आर्थिक सुरक्षा के लिए प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना (PM Kisan Maandhan Yojana) शुरू की है. इस योजना के तहत किसानों को 60 साल की उम्र के बाद हर महीने ₹3,000 की पेंशन दी जाएगी. खास बात ये है कि इस योजना में किसान जितना अंशदान करता है, उतना ही योगदान केंद्र सरकार भी देती है. योजना की शुरुआत साल 2019 में की गई थी और इसका मकसद है – किसानों को बुढ़ापे में आत्मनिर्भर बनाना. आइए जानते हैं कि इस योजना का लाभ कौन उठा सकता है, किन दस्तावेजों की जरूरत होगी और आवेदन कैसे करना है.

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कौन कर सकता है आवेदन?

  • योजना में 18 से 40 साल की उम्र के किसान जुड़ सकते हैं.
  • आवेदक लघु या सीमांत किसान होना चाहिए, यानी जिसके पास 2 हेक्टेयर या उससे कम खेती की जमीन हो.
  • बैंक खाता और आधार कार्ड जरूरी है.

हर महीने कितना अंशदान करना होगा?

इस योजना में किसान को हर महीने ₹55 से ₹200 तक जमा करने होंगे, जो उसकी उम्र के आधार पर तय होते हैं. जैसे:

  • 18 साल की उम्र में ₹55/माह
  • 30 साल की उम्र में ₹100/माह
  • 40 साल की उम्र में ₹200/माह

सरकार भी उतना ही पैसा हर महीने आपके पेंशन फंड में जमा करेगी. 60 साल की उम्र के बाद आपको ₹3,000/माह की पेंशन मिलने लगेगी.

किन दस्तावेजों की जरूरत होगी?

  • आधार कार्ड
  • बैंक पासबुक
  • जमीन से संबंधित दस्तावेज
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • ऑटो डेबिट की अनुमति वाला फॉर्म

कैसे करें आवेदन?

1. सबसे पहले नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाएं.

2. वहां का ग्राम स्तरीय उद्यमी (VLE) आपके दस्तावेज लेकर ऑनलाइन फॉर्म भरेगा.

3. आधार नंबर, मोबाइल नंबर, पता, नॉमिनी, बैंक डिटेल आदि मांगी जाएगी.

4. बैंक खाते से हर महीने अंशदान की राशि ऑटो डेबिट होगी.

5. आवेदन के बाद आपको एक यूनिक पेंशन नंबर मिलेगा.

अगर कोई बीच में योजना छोड़ दे तो?

अगर कोई किसान 3 साल के भीतर योजना छोड़ता है तो उसे जमा रकम के साथ बैंक ब्याज मिल जाएगा. अगर किसान की मौत हो जाती है, तो उसका पति/पत्नी योजना को आगे चला सकता है या रकम निकाल सकता है.

क्यों जरूरी है ये योजना?

भारत में लाखों किसान बुढ़ापे में बिना किसी आय के जीवन जीते हैं. यह योजना उन्हें सम्मान और आर्थिक स्थिरता दोनों देती है. कम पैसे में सुरक्षित भविष्य, वो भी सरकारी गारंटी के साथ. इससे बेहतर सौदा और क्या हो सकता है?