Modi Cabinet Decisions: केंद्र सरकार ने भारत की सांस्कृतिक और भाषाई धरोहर को संरक्षित करने के लिए बड़ा कदम उठाया है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि केंद्रीय कैबिनेट ने कि मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बांग्ला भाषाओं को ‘क्लासिकल भाषा’ का दर्जा दिया है. इससे पहले तमिल, संस्कृत, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और ओड़िया को ये दर्जा प्राप्त था. मंत्री वैष्णव ने कहा, "इस निर्णय का उद्देश्य इन भाषाओं के समृद्ध साहित्य और इतिहास को संरक्षित करना है, ताकि नई पीढ़ी भी इनकी महानता को समझ सके और इनका सम्मान कर सके."
क्लासिकल भाषा का दर्जा मिलने से इन भाषाओं के लिए शोध, साहित्य और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा. यह पहल भारत की भाषाई विविधता को संजोने और उनके महत्व को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करने के लिए सरकार के प्रयासों का हिस्सा है.
मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बंगाली को मिला 'क्लासिकल भाषा' का दर्जा
#WATCH | Union Minister Ashwini Vaishnaw says, "PM Modi has always focused on Indian languages... Today, 5 languages Marathi, Pali, Prakrit, Assamese and Bengali have been approved as classical languages..." pic.twitter.com/M4l9ZLssCU
— ANI (@ANI) October 3, 2024
#WATCH | Union Minister Ashwini Vaishnaw says, "By now, we had Tamil, Sanskrit, Telugu, Kannada, Malayalam and Odia were the notified classical languages... The government is taking many steps to conserve and promote the classical languages and to preserve the rich heritage of… https://t.co/yHw0NamWvz pic.twitter.com/o1mMWugF9O
— ANI (@ANI) October 3, 2024