अमेरिका से 12 अवैध अप्रवासियों को लेकर एक और विमान पहुंचा भारत, दिल्ली में हुई लैंडिंग
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नई दिल्ली: अमेरिका में अवैध रूप से घुसने की कोशिश कर रहे 12 भारतीय नागरिकों को लेकर एक और विमान रविवार शाम को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरा. यह हाल ही में पनामा भेजे गए भारतीय नागरिकों का पहला बैच है, जिन्हें अब भारत वापस लाया गया है. इससे पहले, अमेरिका 332 अवैध अप्रवासी भारतीयों को निर्वासित कर चुका है.

अमेरिका में गैर-कानूनी रूप से प्रवेश करने की कोशिश करने वाले इन भारतीयों को पनामा भेज दिया गया था. पनामा और कोस्टा रिका की सरकारें अमेरिका के साथ मिलकर अवैध प्रवासियों को उनके देश वापस भेजने में सहयोग कर रही हैं. इस प्रक्रिया के तहत, अमेरिका पहले इन प्रवासियों को मध्य अमेरिकी देशों में ट्रांसफर करता है और फिर वहां से उन्हें स्वदेश लौटाया जाता है.

किन राज्यों के हैं ये निर्वासित भारतीय?

इस बार जो 12 भारतीय नागरिक लौटे हैं, उनमें चार पंजाब से, तीन हरियाणा से, तीन उत्तर प्रदेश से, एक व्यक्ति की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है.

अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि अमेरिका द्वारा निर्वासित भारत के अवैध अप्रवासियों का चौथा जत्था आज दिल्ली पहुंचा. अधिकारियों ने कहा कि वे पनामा के रास्ते भारत वापस आ गए. अधिकारियों ने कहा कि 12 में से चार पंजाब के अमृतसर अपने घर चले गए.

अमेरिका से पनामा भेजे गए थे 299 भारतीय

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों के तहत निर्वासित किए गए लगभग 300 अप्रवासियों को पनामा के एक होटल में रखा जा रहा है क्योंकि अधिकारी उन्हें उनके गृह देशों में वापस भेजने के लिए काम कर रहे हैं.

हाल ही में, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पनामा के राष्ट्रपति से मुलाकात की थी. इस बैठक में तय किया गया कि पनामा निर्वासित प्रवासियों को उनके मूल देश भेजने के लिए एक ट्रांजिट हब (ब्रिज) का काम करेगा, और इसका पूरा खर्च अमेरिका उठाएगा. इस समझौते के तहत, पिछले हफ्ते तीन अलग-अलग विमानों से करीब 299 अवैध प्रवासियों को पनामा भेजा गया था.

भारत सरकार की प्रतिक्रिया

विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा कि वह अमेरिका से पनामा भेजे गए अवैध अप्रवासी भारतीयों की पहचान की पुष्टि कर रहा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया, "जैसे ही वेरिफिकेशन पूरा हो जाएगा, भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने की प्रक्रिया तेज कर दी जाएगी."