
OYO Controversial Advertisement: ट्रैवल टेक कंपनी OYO अपने हालिया विज्ञापन को लेकर विवादों में घिर गई है. इस विज्ञापन में इस्तेमाल किए गए वाक्य "भगवान हर जगह हैं और OYO भी" को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने आपत्ति जताई, जिसके बाद कंपनी को सफाई देनी पड़ी. OYO ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि उनके विज्ञापन का उद्देश्य सिर्फ धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना था, न कि किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना.
कंपनी ने आगे कहा, "हम भारत की विविध आस्थाओं और परंपराओं का सम्मान करते हैं और देश की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत का जश्न मनाते हैं. हमारा मकसद सिर्फ लोगों को यह बताना था कि OYO की सुविधाएं प्रमुख तीर्थ स्थलों पर उपलब्ध हैं."
OYO के विज्ञापन पर बवाल
Saw this on the front page of today’s newspaper – 'God is everywhere… and so is OYO.'
So, is God now available in OYO too? Is this the new fusion of religion and marketing? Right or wrong? pic.twitter.com/SH32H11XuT
— The Based Thakur (@the_basedthakur) February 21, 2025
'भगवान हर जगह हैं और OYO भी'
I didn't get #Sanatanis what is the real problem here.
It is true that God is everywhere right?
And Oyo is surely in it right?
Creating such trends isn't gonna make yourself better. #BoycottOYO #Sanatanis pic.twitter.com/MbwX6DhF7n
— Akshay njp (@akshaynjp) February 21, 2025
मार्केटिंग करते समय मज़ाकिया होने की कोशिश
OYO jus have publish the ad "God is everywhere so does the Oyo is " They were trying to be humorous while marketing now whole RW is trending #BoycottOYO 🥲Why these people are soo touchy for the religion. He don't even target any specific religion(God). https://t.co/fzgHtHcnXQ
— Prarthana (@GadePrarthana) February 21, 2025
कंपनी ने दी सफाई
— OYO (@oyorooms) February 21, 2025
कहां-कहां थी OYO की बात?
OYO ने विज्ञापन में अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज, अजमेर, अमृतसर, शिरडी, उज्जैन और अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों का जिक्र किया था, जिससे यह संदेश दिया गया कि कंपनी की होटल सेवाएं इन तीर्थ स्थलों पर आसानी से उपलब्ध हैं. OYO ने इस विवाद के बीच एक और बड़ी घोषणा भी की है.
कंपनी का कहना है कि वह 2025 के अंत तक 12 प्रमुख तीर्थ स्थलों पर 500 नए होटल जोड़ने की योजना बना रही है, जिससे धार्मिक यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें.
सोशल मीडिया पर क्यों हुआ हंगामा?
OYO के इस विज्ञापन पर कई लोगों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर आपत्ति जताई. उनका कहना था कि धार्मिक भावनाओं से जुड़े मुद्दों पर कंपनियों को ज्यादा संवेदनशील होना चाहिए. हालांकि, OYO ने यह स्पष्ट कर दिया कि उसका मकसद सिर्फ धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना था और किसी भी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं.
कंपनी ने यह भी कहा कि भारत में धार्मिक पर्यटन तेजी से बढ़ रहा है और OYO इस क्षेत्र में निवेश करके श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने पर ध्यान केंद्रित कर रही है.