
Dhananjay Munde Resigns: बीड के सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड (Santosh Deshmukh Murder) मामले में विपक्ष के विरोध बीच महाराष्ट्र सरकार के मंत्री धनंजय मुंडे ने आज मंगलवार को अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. उनके इस्तीफे को सीएम देवेंद्र फडणवीस ने स्वीकार कर लिया है. इस्तीफा स्वीकार करने के बाद विधानसभा में सीएम फडणवीस इसके बारे में अधिकारिक रूप से घोषणा की. सीएम फडणवी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने धनंजय मुंडे का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. आगे राज्यपाल के पास भेजा जाएगा.
वहीं इससे पहले धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मिक कराड को सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में आरोपी बनाए जाने की पृष्ठभूमि में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंडे को मंत्री पद से इस्तीफा देने के लिये कहा है. जिसके कुछ ही समय बाद धनंजय मुंडे ने अपना इस्तीफा सीएम को सौंप दिया. यह भी पढ़े: Beed Sarpanch Murder Case: महाराष्ट्र के बीड में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या की जांच एसआईटी को सौंपी गई
मंत्री धनंजय मुंडे ने अपने पद से दिया इस्तीफा
#WATCH | Maharashtra CM Devendra Fadnavis says, "Maharashtra Minister Dhananjay Munde has tendered his resignation today. I have accepted the resignation and sent it to the Governor for further course of action." https://t.co/S8YYzZxr7D pic.twitter.com/DpxcIUWsrZ
— ANI (@ANI) March 4, 2025
NCP बचाने की कर रहित ही कोशिश
हालांकि इससे पहले बीड सरपंच की हत्या के आरोपों का सामना कर रहे धनंजय मुंडे को बचाने की कोशिश की जा रही थी. एनसीपी प्रवक्ता आनंद परांजपे ने बचाव में कहा था कि सिर्फ आरोपों के आधार पर धनंजय मुंडे का इस्तीफा नहीं लिया जा सकता. लेकिन पार्टी ने बीड के सरपंच के हत्या मामले में उन्हें बचा नहीं सकी.
आनंद परांजपे ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि "सरपंच संतोष देशमुख हत्या मामले पर पार्टी की भूमिका शुरू से यही रही है कि उनके परिवार को न्याय मिले. दोषी कोई भी हो, उसे छोड़ा नहीं जाएगा. लेकिन जब तीन स्तरीय जांच चल रही है, सीआईडी, एसआईटी और न्यायालय इसकी जांच कर रही है, जब तक इन तीनों का निष्कर्ष नहीं आता, तब तक सिर्फ आरोपों के आधार पर मंत्री धनंजय मुंडे का इस्तीफा नहीं लिया जाएगा.
जानें क्या है पूरा मामला
बीड जिले के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में भी धनंजय मुंडे का नाम सामने आया है. एसआईटी द्वारा दाखिल चार्जशीट में उनके करीबी सहयोगी वाल्मिक कराड को इस हत्या का मास्टरमाइंड बताया गया है. इस प्रकरण के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एनसीपी नेतृत्व से धनंजय मुंडे के इस्तीफे की मांग की थी.