Baba Siddique Murder Case: मुंबई में बाबा सिद्दीकी मर्डर केस ने सबको हिला कर रख दिया है. हाल ही में इस केस में कुछ चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं, जो इस हत्या के पीछे की साजिश को और भी रहस्यमय बनाते हैं. मुंबई पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के दौरान पाया कि उन्हें इस काम के लिए पहले से ही भुगतान किया गया था और उन्हें कुछ दिन पहले हथियारों की डिलीवरी भी मिली थी.
क्या हुआ था?
एनसीपी (अजित पवार गुट) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या ने पूरे शहर में हड़कंप मचा दिया. पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों, करनैल सिंह (हरियाणा) और धर्मराज कश्यप (उत्तर प्रदेश) को गिरफ्तार किया है. ये दोनों आरोपी बाबा के घर और कार्यालय का मुआयना करने के बाद हत्या की योजना बनाई थी.
पूछताछ के दौरान खुलासे
मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है. जानकारी के अनुसार, उन्होंने बाबा सिद्दीकी के निवास पर कुछ समय तक निगरानी रखी और उसके बाद इस हत्या की योजना बनाई. पुलिस को संदेह है कि उन्हें किसी अंदरूनी व्यक्ति से जानकारी मिल रही थी, जो उन्हें मार्गदर्शन दे रहा था.
अंतिम संस्कार की जानकारी
बाबा सिद्दीकी का नमाज़-ए-जनाज़ा 13 अक्टूबर, रविवार को शाम 7 बजे मगरीब की नमाज़ के बाद अदा किया जाएगा. यह रस्म मक़बा हाइट्स, बांद्रा (पश्चिम) में होगी. अंतिम संस्कार की प्रक्रिया भी उसी दिन रात 8:30 बजे मरीन लाइन्स के बड़े कब्रिस्तान में की जाएगी.
कानूनी कार्रवाई
इस मामले में निर्मल नगर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें भारतीय न्याय संहिता (BNS) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. इसमें हथियार अधिनियम की धाराएं भी शामिल हैं. पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी साक्ष्यों की गहराई से जांच की जाएगी.
आगे की कार्रवाई
पुलिस अब इस मामले में शामिल तीसरे आरोपी की तलाश कर रही है. कई टीमों का गठन किया गया है, जो इस केस की गहराई से जांच कर रही हैं. इस घटना ने मुंबई में सुरक्षा को लेकर एक गंभीर प्रश्न उठाया है, और पुलिस प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है.
बाबा सिद्दीकी की हत्या ने न केवल उनके समर्थकों को दुखी किया है, बल्कि यह समाज के हर वर्ग के लिए एक चेतावनी भी है. कानून व्यवस्था की स्थिति को सुधारने और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है. अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले को कैसे सुलझाती है और दोषियों को सजा दिलाने में कितनी सफल होती है.
इस केस के सभी पहलुओं पर नजर रखने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके.