Madhubala’s Death Anniversary 2022: प्यार दिलीप कुमार से व्याह किशोर कुमार से? जानें ‘वीनस ऑफ द इंडियन स्क्रीन’ मधुबाला की व्यथा कथा!
एक्ट्रेस मधुबाला (Photo Credits:Wikimedia Commons)

Madhubala’s Death Anniversary 2022: हिंदी सिनेमा में 'वीनस ऑफ द इंडियन स्क्रीन' के नाम से मशहूर मधुबाला का जन्म 14 फरवरी 1933 वैलेनटाइन-डे, (‘प्रेम’ को समर्पित दिन) को हुआ था, लेकिन तब कोई नहीं जानता था कि एक दिन यही  ‘प्रेम’ उनकी जिंदगी का कोढ़ बनकर रह जायेगा. अभिनेत्री मधुबाला ने अपनी मेहनत और टैलेंट के दम पर थोड़े ही समय में वह मुकाम हासिल कर लिया, जो हर किसी को आसानी से नसीब नहीं होती, लेकिन जहां तक उनकी निजी जिंदगी की बात है तो यह कहना गलत नहीं होगा कि अभिनेत्री मधुबाला एक अदद सच्चा प्यार पाने के लिए ताउम्र तरसती रहीं. अंततः 36 साल की छोटी उम्र 23 फरवरी 1969 को इस दुनिया से रुखसत हो गई. मधुबाला की 52वीं पुण्य-तिथि पर बात करेंगे उनके जीवन से जुड़ी कुछ अविस्मरणीय बातों की.

इस तरह मुमताज से मधुबाला बनीं!

मधुबाला का मूल नाम बेगम मुमताज जहान देहलवी था. माता-पिता की 11वीं संतानों में वह पांचवे नंबर की थीं. पिता की नौकरी छूटने और विशाल परिवार की आर्थिक मदद के लिए 1939 में वह हिंदी सिनेमा से जुड़ीं. 9 साल की उम्र में बतौर बाल कलाकार उन्हें फिल्म बसंत में काम करने का अवसर मिला. 14 वर्ष की आयु में राज कपूर के साथ फिल्म ‘नीलकमल’ में उन्हें साइन किया गया. इस फिल्म में देविका रानी के सुझाव पर उन्होंने अपना नाम मधुबाला रखना स्वीकार किया. 1947 में रिलीज यह फिल्म सुपरहिट हुई, और बेगम मुमताज मधुबाला के नाम से लोकप्रिय हुईं. 50 के दशक में उनके सितारे बुलंदियों पर थे.

चाहत शिक्षा की!

आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने और पिता की नौकरी छूटने के बाद उनकी मदद के लिए मधुबाला को अपनी शिक्षा बीच में ही छोड़नी पड़ी थी, लेकिन कुछ सीखने की प्रवृत्ति बरकरार रहने के कारण 17 साल की उम्र में उन्होंने एक प्राइवेट ट्यूटर से अंग्रेजी सीखी, और बहुत कम समय में अंग्रेजी में महारत हासिल कर ली थी.

दिलीप कुमार मधुबालाः पहले प्यार फिर तकरार!

दिलीप कुमार मधुबाला पहली बार फिल्म 'ज्वार भाटा' के सेट पर मिले, लेकिन उऩकी लव स्टोरी शुरु हुई फिल्म 'तराना' से. दोनों ने केवल चार फिल्में 'तराना', 'संगदिल' 'अमर' और 'मुगल-ए-आजम' साथ में की. जानकार बताते हैं कि दोनों के बीच लंबे समय तक रिलेशनशिप चला, लेकिन कहते हैं कि मधुबाला के पिता अताउल्ला खान को दिलीप कुमार पसंद नहीं थे, इसलिए वह मधुबाला पर कड़ी नजर रखते थे. उन्हें डर था कि दोनों ज्यादा दिन साथ रहे तो चुपचाप निकाह कर लेंगे. लेकिन कुछ लोग ऐसा भी मानते हैं कि अताउल्लाह खान और दिलीप कुमार के बीच किसी बिजनेस को लेकर कोर्ट में केस हुआ. उधर बीआर चोपड़ा की फिल्म नया दौर की शूटिंग के लोकेशन को लेकर बीआर चोपड़ा ने मधुबाला को नोटिस दिया, जिसमें दिलीप कुमार ने बीआर चोपड़ा के पक्ष में बयान दिया, इन वजहों से दिलीप-मधुबाला के संबंधों में खटास आनी शुरु हुई. संयोगवश इन्हीं दिनों मधुबाला और किशोर कुमार के बीच नजदीकियां शुरु हो चुकी थीं.

किशोर कुमार से निकाह!

किशोर कुमार भी मधुबाला के सम्मोहन से बच नहीं सके थे. किशोर कुमार मधुबाला के साथ 'ढाके की मलमल' और 'चलती का नाम गाड़ी' कर रहे थे. दोनों फिल्में सुपर हिट हुईं तो दोनों ने 'झुमरू', 'हाफ टिकट' और 'महलों के ख्वाब' में साथ-साथ काम किया. कहा जाता है कि दोनों के बीच प्रेम की पक रही खिचड़ी को देखकर अताउल्ला खान ने किशोर कुमार से धर्म परिवर्तन कर मधुबाला से शादी की रजामंदी दे दी. उन दिनों किशोर कुमार की पहली पत्नी रोमा के साथ भी रिश्तों में खटास चल रही थी. अंततः किशोर कुमार ने 1960 में धर्म परिवर्तन कर अपना नाम करीम अब्दुल रखा मधुबाला से शादी कर ली. कहते हैं कि निकाह से पूर्व ही किशोर को मधुबाला के दिल में छेद की जानकारी थी, लेकिन किशोर को उम्मीद थी कि मधुबाला का इलाज हो जायेगा. लेकिन शादी के बाद जब मधुबाला की हालत बिगड़ती गई, और किशोर लगातार व्यस्त होते जा रहे थे, तब उन्होंने मधुबाला को अताउल्ला खान के पास छोड़ आये. तीन-चार माह में एक बार वे मधुबाला को देखने जाते और उनके इलाज का खर्च उठाते थे. लेकिन कहते हैं कि जब मधुबाला के अंतिम समय में किशोर कुमार के पास मधुबाला को देखने का भी समय नहीं होता था. अंततः 23 फरवरी को प्यार पाने को तरसती मधुबाला इस दुनिया से कूच कर गईं.