श्रीनगर, 29 जनवरी: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने रविवार को अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के तहत श्रीनगर में लाल चौक के ऐतिहासिक घंटाघर पर कड़ी सुरक्षा के बीच राष्ट्रीय ध्वज फहराया. आमतौर पर ऐसी सुरक्षा व्यवस्था प्रधानमंत्री के दौरों के दौरान देखने को मिलती है. तिरंगा फहराने के लिए घंटाघर की ओर रवाना होने से पहले राहुल ने सोनावर में यात्रा से 30 मिनट का विश्राम लिया और प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के मौलाना आज़ाद रोड स्थित मुख्यालय पहुंचे. लाल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के दौरान राहुल की बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा तथा पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई के नेता भी वहां मौजूद थे.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने ट्वीट कर बताया कि ध्वजारोहण कार्यक्रम सोमवार के लिए प्रस्तावित था, लेकिन इसे एक दिन पहले करना पड़ा. उन्होंने लिखा, “राहुल गांधी को 30 जनवरी को पीसीसी मुख्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराना था, क्योंकि उन्हें कहीं और ऐसा करने की अनुमति नहीं दी गई थी. पिछली शाम को जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने राहुल को लाल चौक पर तिरंगा फहराने की इजाजत दे दी, लेकिन उसने शर्त रखी कि ऐसा 29 जनवरी को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के समापन पर किया जाना चाहिए.”
श्रीनगर के लाल चौक पर राहुल गांधी ने तिरंगा फहराया
◆ लाल चौक पर राहुल गांधी का कटआउट भी लगा दिखा @RahulGandhi | Lal Chowk pic.twitter.com/PDNOpjNwhL
— News24 (@news24tvchannel) January 29, 2023
दस मिनट के इस कार्यक्रम के लिए सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त थी. लाल चौक की तरफ जाने वाली उसके एक किलोमीटर के दायरे की सभी सड़कों को शनिवार रात से ही सील कर दिया गया था और वाहनों की आवाजाही पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दी गई थी. सभी प्रवेश बिंदुओं पर बैरिकेड और कंटीले तार लगाने के साथ ही भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई थी.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष द्वारा लाल चौक पर ध्वजारोहण किए जाने के मद्देनजर वहां सभी दुकानों, व्यापारिक प्रतिष्ठान और साप्ताहिक पिस्सू बाजार को बंद कर दिया गया था. सात सितंबर 2022 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई ‘भारत जोड़ो यात्रा’ 12 राज्यों और दो केंद्र-शासित प्रदेशों से गुजर चुकी है, जिनमें तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर शामिल हैं. राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुक्रवार को कश्मीर घाटी का प्रवेश द्वार कहलाने वाले काजीगुंड के पास अस्थाई रूप से रोक दी गई थी.
यात्रा को रोकने से पहले कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन पर सुरक्षा में सेंध और भीड़ के कुप्रबंधन का आरोप लगाया था. पार्टी ने कहा था कि केंद्र-शासित प्रदेश में पुलिस की ओर से किए गए सुरक्षा इंतजाम पूरी तरह से चरमरा गए हैं. आरोपों पर जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कहा था कि जितने लोगों की उम्मीद थी, उससे कहीं अधिक भीड़ जुटने की वजह से सुरक्षा संसाधनों पर दबाव बढ़ गया और ऐसा प्रतीत हुआ कि राहुल गांधी की यात्रा के लिए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए हैं. राहुल ने शनिवार को पुलवामा जिले के अवंतीपुरा से अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ फिर से शुरू की थी. इस दौरान, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती और उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती भी राहुल के साथ कदम से कदम मिलाकर चलती नजर आई थीं. महबूबा मुफ्ती की पार्टी के कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में यात्रा में शामिल हुए थे. अवंतीपुरा में राहुल की बहन प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी यात्रा में हिस्सा लिया था.