Pakistan: हाफिज सईद की तारीफ, लश्कर कमांडरों संग मंच साझा; पाकिस्तान के स्पीकर Malik Muhammad Ahmad Khan का वीडियो वायरल
Photo- @AdityaRajKaul/X

Pakistan: पाकिस्तान की दोहरी नीति एक बार फिर बेनकाब हो गई है. दरअसल, पाकिस्तान के पंजाब विधानसभा के स्पीकर मलिक मुहम्मद अहमद खान का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे खुलेआम आतंकी हाफिज सईद और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के नेताओं की तारीफ करते नजर आ रहे हैं. इतना ही नहीं, वे मंच पर उन लोगों के साथ बैठे दिखे जो भारत में हुए आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड माने जाते हैं. वायरल क्लिप  29 मई को कसूर, पंजाब में आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम का है.

जहां पाकिस्तान मरकज़ी मुस्लिम लीग (PMML) द्वारा 'यौम-ए-तक़बीर' के मौके पर आयोजित किया गया था. यह वही संगठन है जिसे लश्कर-ए-तैयबा का नया राजनीतिक मोर्चा माना जा रहा है.

ये भी पढें: TikToker Sana Yousaf Shot Dead: पाकिस्तान के इस्लामाबाद में टिकटॉकर सना यूसुफ़ की गोली मारकर हत्या, आरोपी को तलाश जारी

पाकिस्तान के स्पीकर का वीडियो वायरल

कार्यक्रम में आतंकी 'सैफुल्लाह कसूरी' भी दिखा

इस कार्यक्रम में मलिक मुहम्मद अहमद खान के साथ-साथ पाकिस्तान सरकार के खाद्य मंत्री मलिक राशिद अहमद खान, LeT कमांडर सैफुल्लाह कसूरी, हाफिज़ सईद का बेटा तल्हा सईद और अमीर हमजा जैसे नामी आतंकवादी एक ही मंच पर देखे गए. स्पीकर साहब ने मंच से कहा कि हाफिज़ सईद हमारे बड़े हैं और मेरे पिता और सईद भाई जैसे थे. उन्होंने PMML को अपनी "दूसरी टीम" बताते हुए उसके साथ खुला समर्थन जताया.

इतना ही नहीं, सैफुल्लाह कसूरी, जिस पर हाल ही में पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) आतंकी हमले का मास्टरमाइंड होने का आरोप है, उसने खुद सभा में कहा, "अब मैं दुनिया में फेमस हो गया हूं." इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी.

'अमीर हमजा' ने भारत के खिलाफ उगला जहर

कार्यक्रम में मौजूद अमीर हमजा, जो LeT का सह-संस्थापक और अमेरिका द्वारा घोषित आतंकवादी है, उसने भारत के खिलाफ जहर उगला और "कश्मीर पाकिस्तान बनेगा, पंजाब बनेगा खालिस्तान"  जैसे नारे लगाए.

सवाल उठता है कि जब एक देश के सरकारी मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष आतंकियों के साथ मंच साझा कर रहे हैं और उन्हें “राष्ट्र की पहचान” बता रहे हैं, तो फिर पाकिस्तान का यह दावा कि वह आतंकवाद को शरण नहीं देता—कितना खोखला साबित होता है?

संयुक्त राष्ट्र कब तक बना रहेगा मूकदर्शक?

भारत ने इस मामले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उजागर करने का सिलसिला शुरू कर दिया है. हाल ही में भारत की ओर से गए सभी दलों के प्रतिनिधिमंडल ने दुनिया के कई देशों को पाकिस्तान के आतंकियों के साथ रिश्तों के सबूत दिखाए.

लेकिन अब सवाल यह भी है कि क्या संयुक्त राष्ट्र (UN) सिर्फ मूकदर्शक बना रहेगा? जब एक देश की राजनीति और आतंकवाद में फर्क मिटने लगे, तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चुप्पी और भी खतरनाक संकेत देती है.