नेतन्याहू ने संघर्ष-विराम की मांग को फिर खारिज किया, गाजा के मुख्य अस्पताल के पास लड़ाई तेज हुई
Benjamin Netanyahu | Social Media

स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि अस्पताल में बिजली आपूर्ति ठप पड़ने और अहम चीजों की उपलब्धता घटने के बीच हजारों चिकित्साकर्मी, मरीज और विस्थापित लोग फंसे हुए हैं. इससे पहले, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संघर्ष-विराम की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय अपील को शनिवार को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि गाजा पट्टी में सत्तारूढ़ हमास चरमपंथियों को कुचलने के लिए इजराइल की लड़ाई ‘‘पूरी ताकत’’ के साथ जारी रहेगी.

टेलीविजन पर दिए संबोधन में नेतन्याहू ने स्पष्ट किया कि संघर्ष-विराम तभी संभव है, जब गाजा में चरमपंथियों द्वारा बंधक बनाए गए 239 लोगों को रिहा किया जाएगा. इजराइल ने गाजा में हमास के 16 साल के शासन को खत्म करने और उसकी सैन्य क्षमताओं को कुचलने का संकल्प लिया है. उसने क्षेत्र में फंसे 23 लाख फलस्तीनियों पर युद्ध से पड़ने वाले असर के लिए हमास चरमपंथियों को दोषी ठहराया है.

युद्ध के छठे हफ्ते में प्रवेश करने के साथ ही इजराइल पर अस्थाई संघर्ष-विराम के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है. शनिवार को सऊदी अरब में 57 देशों के मुस्लिम और अरब नेताओं की एक बैठक में युद्ध समाप्त करने का आह्वान किया गया। वहीं, लंदन में लगभग 3,00,000 फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने शांतिपूर्वक मार्च निकाला। यह इजराइल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से शहर में सबसे बड़ा प्रदर्शन है.

नेतन्याहू ने अपने संबोधन में जोर देकर कहा कि युद्ध के बाद गाजा का असैनिकीकरण किया जाएगा और इजराइल क्षेत्र में अपना सुरक्षा नियंत्रण बनाए रखेगा। यह रुख इजराइल के निकटतम सहयोगी अमेरिका द्वारा युद्ध के बाद के परिदृश्यों को लेकर व्यक्त किए गए विचारों के विपरीत है। अमेरिका ने कहा था कि वह क्षेत्र के फिर से इजराइल के कब्जे में जाने का विरोध करता है. यह पूछे जाने पर कि सुरक्षा नियंत्रण से उनका क्या मतलब है, नेतन्याहू ने कहा कि चरमपंथियों को पकड़ने के लिए जब जरूरी हो, इजराइली सेना गाजा में प्रवेश करने में सक्षम होनी चाहिए.

गाजा के सबसे बड़े अस्पताल के चिकित्सकों ने कहा था कि क्षेत्र के आखिरी जनरेटर का ईंधन खत्म होने से समय से पहले जन्मे एक शिशु, इंक्यूबेटर में रखे गए एक बच्चे और चार अन्य मरीजों की मौत हो गई है. चिकित्सकों के इस बयान में बाद इजराइल पर संघर्ष-विराम का दबाव बढ़ रहा है। युद्ध में घायल हजारों लोग, चिकित्सा कर्मचारी और विस्थापित नागरिक युद्ध क्षेत्र में फंस हुये हैं. दरअसल, इजराइल ने शिफा अस्पताल को हमास की मुख्य कमान चौकी के रूप में चित्रित करते हुए कहा है कि आतंकवादी वहां नागरिकों का ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं और उन्होंने इसके नीचे बंकर बनाए हैं.

हालांकि, इस दावे का हमास के साथ ही शिफा प्रशासन ने खंडन किया है। हाल के दिनों में, उत्तरी गाजा में शिफा और अन्य अस्पतालों के पास लड़ाई तेज हो गई है, जिससे वहां जरूरी चीजों की आपूर्ति ठप पड़ गई है. शिफा के निदेशक मोहम्मद अबू सेल्मिया ने गोलियों और विस्फोटों की आवाज के बीच फोन पर बात करते हुए कहा, “बिजली नहीं है। चिकित्सा उपकरण बंद हो गए हैं। मरीजों, विशेष रूप से गहन देखभाल इकाई में रखे गए लोगों की मौत होने लगी है.’’ अबू सेल्मिया ने कहा कि इजराइली सैनिक ‘अस्पताल के बाहर या अंदर किसी को भी गोली मार रहे हैं’ और परिसर में इमारतों के बीच आवाजाही रोक दी है.

इजराइल की सेना ने अस्पताल के बाहर झड़प की पुष्टि की, लेकिन रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने इस बात से इनकार किया कि शिफा की घेराबंदी की गई है। उन्होंने कहा कि सैनिक शिफा में इलाज करा रहे शिशुओं को वहां से स्थानांतरित करने में रविवार को मदद करेंगे. हगारी ने दावा किया, ‘‘हम अस्पताल के कर्मचारियों के साथ सीधे और नियमित रूप से बात कर रहे हैं.’’ इजराइल के सैन्य खुफिया विभाग के पूर्व प्रमुख अमोस याडलिन ने ‘चैनल 12’ से कहा कि चूंकि इजराइल का लक्ष्य हमास को कुचलना है, इसलिए अस्पतालों पर नियंत्रण कायम करना महत्वपूर्ण होगा, लेकिन इस दौरान मरीजों, अन्य नागरिकों और इजराइली बंधकों को नुकसान न पहुंचे, इसके लिए ‘‘बहुत सारी सामरिक रचनात्मकता’’ की भी आवश्यकता पड़ेगी.

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