नयी दिल्ली, 23 मई: गर्मी बढ़ने के साथ दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग मंगलवार को बढ़कर 6,916 मेगावॉट पर पहुंच गयी. यह इस गर्मी में अबतक की सर्वाधिक मांग है. वितरण कंपनियों के अनुसार, मंगलवार को दोपहर साढ़े तीन बजे बिजली की अधिकतम मांग 6,916 मेगावॉट पर पहुंच गयी जो सोमवार को 6,532 मेगावॉट थी. यह भी पढ़ें: Bihar Lightning Strikes: बिहार में आकाशी बिजली गिरने से 6 लोगों की मौत, CM नीतीश कुमार ने मृतक परिजनों को 4-4 लाख रुपये की अनुग्रह की घोषणा की
इससे पहले, पिछले साल गर्मी में बिजली की अधिकतम मांग 7,695 मेगावॉट रही थी. इस साल इसके 8,100 मेगावॉट तक पहुंचने का अनुमान है. दिल्ली के उत्तरी भाग में बिजली वितरण करने वाली टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लि. ने एक बयान में कहा कि कंपनी ने अपने क्षेत्र में 2,012 मेगावॉट की अधिकतम मांग को सफलतापूर्वक पूरा किया.
कंपनी ने यह भी कहा कि इस मौसम में उसके क्षेत्र में बिजली की अधिकतम मांग 2,320 मेगावॉट पहुंचने का अनुमान है. कंपनी ने इसको ध्यान में रखते हुए 2,500 मेगावॉट की अतिरिक्त बिजली की व्यवस्था कर रखी है. बीएसईएस के प्रवक्ता ने कहा कि बीएसई राजधानी पावर लि. और बीएसईएस यमुना पावर लि. के क्षेत्रों में बिजली की अधिकतम मांग क्रमश: 2,934 मेगावॉट और 1,525 मेगावॉट रही और इसे सफलतापूर्वक पूरा किया गया.
उन्होंने कहा, ‘‘इस महीने दिल्ली की अधिकतम बिजली मांग में उतार-चढ़ाव देखने को मिला. एक मई को मांग 3,644 मेगावॉट थी जो आज 6,916 मेगावॉट पर पहुंच गयी.’’ दिल्ली में बिजली मांग बढ़ने का प्रमुख कारण एयर कंडीशनर, कूलर जैसे ठंडा करने वाले उपकरणों का उपयोग है। एक अनुमान के अनुसार गर्मियों में बिजली की करीब 50 प्रतिशत मांग ठंडा करने वाले उपकरणों की वजह से है.
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