MSEDCL Mumbai: मुंबई के लोगों के लिए खुशखबरी! सस्ती होगी बिजली, महावितरण ने मांगी स्टेट इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन से परमिशन
Credit-(Pixabay)

मुंबई, महाराष्ट्र: मुंबई में बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर सामने आई है.महावितरण (MSEDCL) ने राज्य विद्युत नियामक आयोग (MERC) से मुंबई में बिजली वितरण का लाइसेंस मांगा है. वर्तमान में मुंबई के मुलुंड और भांडुप क्षेत्रों में महावितरण द्वारा बिजली आपूर्ति की जा रही है, लेकिन अब कंपनी मुंबई के अन्य क्षेत्रों में भी सीधे बिजली पहुंचाने की योजना बना रही है.

महावितरण ने कुलाबा से माहीम (दक्षिण मुंबई), बांद्रा से दहिसर (पश्चिमी उपनगर), विक्रोली से चुनाभट्टी और मानखुर्द (पूर्वी उपनगर), साथ ही मीरा-भाईंदर, चेंबूर, काजूपाडा आदि क्षेत्रों में बिजली वितरण की अनुमति मांगी है.ये भी पढ़े:बिजली बिलों में बढ़ोत्तरी ने उड़ाई मुंबईकरों की रातों की नींद, उपभोक्ताओं ने ट्विटर पर MSEDCL, Adani Power के खिलाफ जाहिर की नाराजगी, mahadiscom.in पर ऐसे वैरिफाई करें बिल

वर्तमान में कौन-कौन सी कंपनियां दे रही हैं बिजली?

फिलहाल मुंबई में BEST (सरकारी उपक्रम) और दो निजी कंपनियां अदानी इलेक्ट्रिसिटी और टाटा पॉवर द्वारा बिजली की आपूर्ति की जाती है. महावितरण केवल मुलुंड और भांडुप में कार्यरत है, लेकिन अब इसका विस्तार पूरे महानगर में करना चाहती है.

क्या सस्ती होगी बिजली?

महावितरण द्वारा दावा किया गया है कि उनके पास पर्याप्त बिजली संसाधन (Resource Adequacy Plan) है और वे राज्यभर में बिजली की मांग को पूरा कर रहे हैं.वे रोजाना करीब 26,000 मेगावॉट बिजली सप्लाई कर रहे हैं, जबकि मुंबई को करीब 4,000 मेगावॉट बिजली की जरूरत होती है.विशेषज्ञों का मानना है कि अगर महावितरण को मुंबई में बिजली आपूर्ति की इजाज़त मिलती है, तो इससे उपभोक्ताओं को आर्थिक रूप से लाभ हो सकता है. क्योंकि निजी कंपनियों के मुकाबले महावितरण की बिजली दरें कम हैं, ऐसे में मुंबईवासियों को सस्ती बिजली मिल सकती है.

फैसला आयोग के पाले में

अब यह देखना बाकी है कि विद्युत नियामक आयोग महावितरण की इस याचिका को मंजूरी देता है या नहीं. यदि अनुमति मिलती है, तो यह फैसला मुंबई के लाखों उपभोक्ताओं के लिए गेमचेंजर साबित हो सकता है.