अस्पताल ने शुक्रवार को एक वीडिया जारी किया जिससे पता चलता है कि फॉसेट ठीक होने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है. फॉसेट दिल की समस्या से ग्रस्त थे और इंसानी हृदय प्रत्यारोपण के लिए अयोग्य थे. इसके बाद ‘यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड स्कूल ऑफ मेडिसिन’ के डॉक्टरों ने उन्हें प्रायोगिक सर्जरी की पेशकश की. यह प्रतिरोपण 20 सितंबर को किया गया था.
फॉसेट (58) ने जोर से सांस लेते हुए लेकिन मुस्कुराते हुए कहा, ‘‘यह मुश्किल होने जा रहा है लेकिन मैं इससे उबर जाऊंगा.’’ मैरीलैंड टीम ने पिछले साल आनुवंशिक रूप से परिवर्तित सूअर के हृदय का विश्व का पहला प्रतिरोपण करते हुए इसे एक व्यक्ति डेविड बेनेट को लगाया था. हालांकि इसके दो महीने बाद उसकी खराब स्वास्थ्य स्थिति सहित कई कारकों के कारण मौत हो गई थी. हालांकि बेनेट की मौत के कारण पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हैं लेकिन बाद में अंग के अंदर 'पिग वायरस' के संकेत मिले थे.
Lawrence Faucette has become the second person ever to receive a heart transplant from a genetically modified pig. The pig used for Faucette’s transplant had a total of 10 genetic edits to make the organ more suitable for people.
📷 Courtesy of University of Maryland pic.twitter.com/OXGBdU2jQ3
— WIRED (@WIRED) September 26, 2023
उस पहले प्रयोग से मिले सबक के कारण इस दूसरे प्रयास से पहले कई बदलाव किये गये जिसमें बेहतर वायरस परीक्षण भी शामिल था. मैरीलैंड टीम के ‘कार्डियक जेनोट्रांसप्लांटेशन’ प्रमुख डॉ. मोहम्मद मोहिउद्दीन ने कहा, ‘‘उनका (फॉसेट का) दिल अपने आप सब कुछ कर रहा है.’’
🐷🫀 Cientistas realizam 2º transplante de coração de porco para humano
O beneficiado foi Lawrence Faucette, de 58 anos, que já não estava mais na fila de transplantes por conta de complicações de saúde.
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— Metrópoles (@Metropoles) September 24, 2023
अस्पताल की एक प्रवक्ता ने कहा कि फॉसेट खड़ा होने में सक्षम हैं और चिकित्सक उन्हें चलने की कोशिश करने के लिए आवश्यक ताकत हासिल करने में मदद कर रहे हैं.
एपी
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