यूके में लासा बुखार (Lassa Fever) से पीड़ित तीन व्यक्तियों में से एक की मृत्यु 11 फरवरी को हुई है. मामलों को पश्चिम अफ्रीकी देशों की यात्रा से जोड़ा गया है. लासा वायरस का नाम नाइजीरिया के एक शहर के नाम पर रखा गया है जहां सबसे पहले मामले सामने आए थे. इस बीमारी से जुड़ी मृत्यु दर कम है, लगभग एक प्रतिशत. लेकिन कुछ व्यक्तियों के लिए मृत्यु दर अधिक होती है, जैसे कि गर्भवती महिलाओं के थर्ड सेमिस्टर में, यूरोपियन सेंटर फॉर डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल के अनुसार, लगभग 80 प्रतिशत मामले बिना किसी लक्षण के हैं और इसलिए उनका निदान नहीं किया जाता है. कुछ रोगियों को अस्पताल में भर्ती होने और गंभीर बहु-प्रणाली रोग विकसित करने की आवश्यकता हो सकती है. अस्पताल में भर्ती मरीजों में से पंद्रह फीसदी की मौत हो सकती है. यह भी पढ़ें: भारत में 2021 में 1.77 लाख डेंगू, 237 जीका वायरस के मामले दर्ज किए गए
लासा बुखार क्या है, यह कैसे फैलता है और इसके लक्षण क्या हैं?
लासा बुखार पैदा करने वाला वायरस पश्चिम अफ्रीका में पाया जाता है और पहली बार 1969 में लासा, नाइजीरिया, रोग नियंत्रण और प्रदूषण केंद्र (सीडीसी) नोटों में खोजा गया था. नाइजीरिया में दो नर्सों की मौत के बाद इस बीमारी का पता चला. यह बुखार चूहों द्वारा फैलता है और मुख्य रूप से सिएरा लियोन (Sierra Leone), लाइबेरिया (Liberia), गिनी और नाइजीरिया (Guinea, and Nigeria) सहित पश्चिम अफ्रीका (West Africa) के देशों में पाया जाता है जहां यह स्थानिक है.
व्यक्ति इससे तब संक्रमित हो सकता है जब वे किसी संक्रमित चूहे के मूत्र या मल से दूषित भोजन के घरेलू सामान के संपर्क में आते हैं. यह फैल भी सकता है, अगर कोई व्यक्ति किसी बीमार व्यक्ति के संक्रमित शारीरिक तरल पदार्थ या आंख, नाक या मुंह जैसे श्लेष्म झिल्ली के संपर्क में आता है. स्वास्थ्य देखभाल सेटिंग्स में व्यक्ति-से-व्यक्ति संचरण अधिक आम है. फिर भी, लक्षण दिखाई देने से पहले लोग आमतौर पर संक्रामक नहीं होते हैं और आकस्मिक संपर्क के माध्यम से संक्रमण को प्रसारित नहीं कर सकते हैं जैसे गले लगाने, हाथ मिलाने या संक्रमित व्यक्ति के पास बैठने से.
लक्षण आमतौर पर एक्सपोजर के 1-3 सप्ताह बाद दिखाई देते हैं. हल्के लक्षणों में हल्का बुखार, थकान, कमजोरी और सिरदर्द शामिल हैं और अधिक गंभीर लक्षणों में रक्तस्राव, सांस लेने में कठिनाई, उल्टी, चेहरे की सूजन, छाती, पीठ और पेट में दर्द और शॉक शामिल हैं.
मृत्यु लक्षणों की शुरुआत के दो सप्ताह में आमतौर पर मल्टी ऑर्गन फेलियर (Multi Organ Failure) से हो सकती है. बुखार से जुड़ी सबसे आम जटिलता बहरापन है. संक्रमित लोगों में से लगभग एक तिहाई बहरेपन की विभिन्न डिग्री की रिपोर्ट करते हैं. ऐसे कई मामलों में, सुनने की क्षमता स्थाई रोप से चली जाती है. गौरतलब है कि बुखार के हल्के और गंभीर दोनों रूपों में बहरापन हो सकता है.
संक्रमित होने से बचने का सबसे अच्छा तरीका चूहों के संपर्क से बचना है. इसका मतलब है कि चूहों के संपर्क से बचने के लिए न केवल उन जगहों पर जहां रोग स्थानिक है, बल्कि अन्य क्षेत्रों में स्वच्छता बनाए रखना, चूहों को घर में प्रवेश करने से रोकना, चूहे दानी से उन्हें पकड़कर कहीं दूर फेंक आना चाहिए, सीडीसी ने सलाह दी है.