Mushfiqur Rahim Milestone: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में मुशफिकुर रहीम ने रचा इतिहास, ये खास कारनामा करने वाले बने पहले बांग्लादेशी बल्लेबाज
Mushfiqur Rahim (Photo: ESPN Cricinfo)

Bangladesh National Cricket Team vs South Africa National Cricket Team: बांग्लादेश राष्ट्रीय क्रिकेट टीम बनाम दक्षिण अफ्रीका राष्ट्रीय क्रिकेट टीम दो मैचों की टेस्ट सीरीज पहला मुकाबला 21 अक्टूबर(सोमवार) से ढाका(Dhaka) के शेरे बांग्ला राष्ट्रीय स्टेडियम(Shere Bangla National Stadium) में खेला जाएगा. बांग्लादेश की टीम ने 27.1 ओवर में 3 विकेट खोकर 101 रन बनाकर खुद को एक मुश्किल स्थिति में पाया है. बांग्लादेश की उम्मीदें अब भी बरकरार हैं, खासकर जब अनुभवी बल्लेबाज मुशफिकुर रहीम(31) और युवा महमुदुल हसन जॉय(38) क्रीज पर मौजूद हैं. दक्षिण अफ्रीका को अभी भी 101 रन की बढ़त है. दक्षिण अफ्रीका के लिए कगिसो रबाडा 2 और केशव महाराज को 1 सफलता मिली हैं. यह भी पढ़ें: दूसरे दिन का खेल ख़त्म, बांग्लादेश ने दूसरी पारी में 3 विकेट खोकर बनाए 101 रन, दक्षिण अफ्रीका 101 रन से आगे, यहां देखें मैच का स्कोरकार्ड

ढाका में खेले जा रहे बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहले टेस्ट मैच के दौरान अनुभवी बल्लेबाज और विकेटकीपर मुशफिकुर रहीम ने इतिहास रच दिया हैं. मुशफिकुर टेस्ट क्रिकेट में 6,000 रन का आंकड़ा छूने वाले बांग्लादेश के पहले खिलाड़ी बन गए हैं. यह उपलब्धि उन्होंने अपने 93वें टेस्ट मैच में हासिल की. रहीम ने टेस्ट क्रिकेट में अब तक 11 शतक और 25 अर्धशतक लगाए हैं, जो उन्हें बांग्लादेश के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक बनाते हैं. बांग्लादेश की ओर से टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों की सूची में पूर्व कप्तान तमीम इकबाल 5,134 रनों के साथ दूसरे स्थान पर हैं, जबकि शाकिब अल हसन 4,609 रनों के साथ तीसरे स्थान पर आते हैं.

रहीम ने यह उपलब्धि ऐसे समय में हासिल की जब उनकी टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में संघर्ष कर रही थी. उनकी यह व्यक्तिगत सफलता बांग्लादेश क्रिकेट के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, जो उनके निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन का प्रमाण है. रहीम बांग्लादेश क्रिकेट टीम के प्रमुख स्तंभों में से एक रहे हैं, और उन्होंने कई मौकों पर अपनी टीम को कठिन परिस्थितियों से उबारा है. यह माइलस्टोन न केवल उनके करियर के लिए बल्कि बांग्लादेश क्रिकेट के इतिहास के लिए भी एक गर्व का क्षण है.