![Heath Streak Passes Away: नहीं रहे जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान हीथ स्ट्रीक, 49 साल की उम्र में निधन, कैंसर बनी मौत की वजह Heath Streak Passes Away: नहीं रहे जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान हीथ स्ट्रीक, 49 साल की उम्र में निधन, कैंसर बनी मौत की वजह](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2023/08/12-4-1-380x214.jpg)
बुलावायो, 3 सितंबर: जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान हीथ स्ट्रीक का कैंसर से लड़ाई हारने के बाद 49 साल की उम्र में निधन हो गया. रविवार को स्ट्रीक के निधन की पुष्टि उनकी पत्नी नादीन ने की और यह लगभग दो सप्ताह बाद आया है जब उनकी मृत्यु की रिपोर्टों का खंडन खुद पूर्व ऑलराउंडर और साथ ही जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर हेनरी ओलोंगा ने किया था. यह भी पढ़ें: Heath Streak Passes Away: जिम्बाब्वे क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी हीथ स्ट्रीक का 49 साल की उम्र में हुआ निधन, यहां देखें कैसा रहा करियर
"आज सुबह, रविवार 3 सितंबर 2023 के शुरुआती घंटों में, मेरे जीवन का सबसे बड़ा प्यार और मेरे खूबसूरत बच्चों के पिता, को उनके घर से एन्जिल्स के साथ ले जाया गया, जहां वह अपने आखिरी दिन अपने परिवार और निकटतम प्रियजनों के बीच रहकर बिताना चाहते थे.''
नादीन ने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा, "वह प्यार और शांति से सराबोर थे और पार्क से अकेले नहीं निकले. हमारी आत्माएं अनंत काल के लिए एक हो गई हैं जब तक मैं तुम्हें फिर से पकड़ नहीं लेती."
जिम्बाब्वे के बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक माने जाने वाले स्ट्रीक ने 1993 से 2005 तक 65 टेस्ट में 216 विकेट और 189 वनडे में 239 विकेट लिए. उन्होंने 4983 रन भी बनाए, जिसमें एक शतक और 11 अर्द्धशतक शामिल हैं. स्ट्रीक अभी भी जिम्बाब्वे के एकमात्र गेंदबाज हैं जिनके नाम 100 से अधिक टेस्ट विकेट और 200 से अधिक वनडे विकेट हैं.
जिम्बाब्वे और बांग्लादेश को कोचिंग देने के अलावा, उन्होंने इंग्लिश काउंटी सर्किट में समरसेट, कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अब बंद हो चुकी गुजरात लायंस के साथ-साथ बांग्लादेश प्रीमियर लीग (बीपीएल) और अफगानिस्तान प्रीमियर लीग (एपीएल) में भी कोचिंग की भूमिका निभाई.
इस साल मई में यह बात सामने आई थी कि स्ट्रीक कैंसर से लड़ रहे हैं और दक्षिण अफ्रीका में अपना इलाज करा रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा 2018 में भ्रष्टाचार रोधी संहिता के पांच मामलों का उल्लंघन करने के लिए उन पर 2021 में आठ साल का प्रतिबंध लगाया गया था.