भुवनेश्वर कुमार अब टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं, सामने आई बड़ी वजह
भुवनेश्वर कुमार (Photo Credits: Getty Images)

मुंबई: स्विंग के मास्टर भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) को इंग्लैंड दौरे पर जाने वाली भारतीय टीम में जगह नहीं मिली है. इस दौरे से पहले टीम इंडिया न्यूजीलैंड (New Zealand) के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) का फाइनल खेलेगी. इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज होगी. इंग्लैंड में स्विंग गेंदबाजी के मुफीद परिस्थितियां होने के बावजूद भुवनेश्वर कुमार को टीम में नहीं चुने जाने के फैसले से हर कोई हैरान था. लेकिन अब इसकी असल वजह सामने आई है कि भुवनेश्वर खुद टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं. इसलिए उन्हें इंग्लैंड दौरे पर जाने वाली भारतीय टीम में नहीं चुना गया. Syed Mushtaq Ali T20 Trophy 2021: उत्तर प्रदेश के कप्तान बने प्रीयम गर्ग, भुवनेश्वर कुमार और सुरेश रैना को टीम में मिला मौका

बता दें कि भुवनेश्वर कुमार अब लंबे फॉर्मेट में नहीं खेलना चाहते हैं. उनमें टेस्ट क्रिकेट खेलने का उत्साह नहीं बचा है. वो अब केवल सीमित ओवर क्रिकेट खेलना चाहते है. बीते कुछ वक्त से बतौर गेंदबाज उनकी ट्रेनिंग और फिटनेस ड्रिल में काफी बदलाव आया है. वो अब जिम में ज्यादा वजन नहीं उठाते हैं. सीमित ओवर क्रिकेट में वो कम गेंदबाजी करके खुश हैं और टेस्ट क्रिकेट में लंबे स्पैल उन्हें अब रास नहीं आ रहे हैं. इन्हीं सब वजहों से उन्होंने लंबे फॉर्मेट से खुद को दूर रखने का फैसला लिया है.

भुवनेश्वर कुमार ने अपना आखिरी टेस्ट मुकाबला जनवरी 2018 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था. इसके बाद वो इंजरी की वजह से टीम से अंदर बाहर होते रहे. भुवनेश्वर कुमार अब तक कई बार चोटिल हो चुके हैं और इसकी वजह से वो ना तो आईपीएल और ना ही भारत के लिए लगातार खेल पाए हैं. शायद यही वजह है कि उन्होंने ये फैसला लिया है. भुवनेश्वर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहान्सबर्ग टेस्ट में शानदार गेंदबाजी की थी और उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया था.

भुवनेश्वर कुमार ने 2013 में भारत की तरफ से टेस्ट में डेब्यू किया था. भुवी ने सिर्फ 21 टेस्ट मैच ही खेल पाए. 21 टेस्ट में 26.09 की औसत से उनके नाम 63 विकेट हैं. भारत के श्रीलंका दौरे में उनका चुना जाना लगभग तय है. भारतीय टीम श्रीलंका में तीन वनडे और तीन टी-20 मैचों की सीरीज खेलने जाएगी. इस दौरे के लिए भुवी को टीम इंडिया की कप्तानी भी दी जा सकती है.