Fact Check: कोविड-19 के कारण डॉ. आइशा की मौत का पोस्ट है फेक, गलत जानकारी के साथ सोशल मीडिया पर शेयर की गई जीवित मेडिकल स्टूडेंट की पुरानी तस्वीर
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Fact Check: कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के इस दौर में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लगातार गलत जानकारियां (Fake Information) और फेक न्यूज (Fake News) वायरल हो रहे हैं, जिससे लोगों को भ्रमित किया जा रहा है. हाल ही में डॉ. आइशा (Dr. Aisha) से जुड़ी एक खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी, जिसमें दावा किया गया कि कोविड-19 संक्रमण (COVID-19) के कारण एक युवा डॉक्टर की मौत हो गई @Aisha_must_sayz नामक ट्विटर अकाउंट से शेयर किए गए इस पोस्ट ने देखते ही देखते ट्विटर पर एक भावनात्मक तूफान ला दिया. बता दें कि अब इस ट्विटर अकाउंट को डिलीट कर दिया गया है.

31 जुलाई, 2020 को पोस्ट किए गए संदेश में कहा गया था- हाय फ्रेंड्स कोविड-19 से मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं. आज कुछ समय के लिए वेंटिलेटर पर चले जाएंगे. मुझे और मेरी मुस्कुराहट को याद रखें. आपकी दोस्ती के लिए आपका धन्यवाद. मैं आप सभी को याद रखूंगी. सुरक्षित रहें इस घातक वायरस को गंभीरता से लें. आप सबको प्यार... अलविदा..

वायरल पोस्ट की तस्वीर-

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कोविड-19 के कारण डॉ. आइशा की मौत का दावा करने वाला पोस्ट वायरल हो गया और देखते ही देखते लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पोस्ट को रीट्वीट करना शुरू कर दिया. जर्नलिस्ट निधि राजदान ने ट्वीट किया कि यह सबसे दुखद कहानी है, जिसे आज आप देखेंगे. यह घटना याद दिलाता है कि कोविड-19 युवाओं को भी मार सकता है.

हालांकि निधि राजदान को जब पता चला कि यह पोस्ट फेक है तो उन्होंने ट्वीट को डिलीट कर दिया. इस पोस्ट को राणा अय्युब, निखिल अल्वा, अतुल कस्बेकर, संजुक्ता बसु ने भी रीट्वीट किया है. वायरल पोस्ट में कहा गया कि आइशा का कोविड-19 के कारण निधन हो गया. इसके साथ ही दावा किया गया कि आयशा अस्थमा, ऊपरी श्वसन जटिलताओं और हाई ब्लड प्रेशर से भी जूझ रही थी.

बाद में डॉ. आइशा की बहन डॉ. अलीशा ने कथित तौर पर @Aisha_must_sayz से एक ट्वीट किया. उसने कहा कि डॉ. आइशा का फोन मेरे पास था, क्योंकि आइसोलेशन में उसे अपने पास फोन रखने की अनुमति नहीं थी.

बूम लाइव द्वारा जब इस पोस्ट की पड़ताल की गई तो पाया गया कि @Aisha_must_sayz ट्विटर हैंडल पर पोस्ट की गई कहानी फेक है. फैक्ट चेक करने वाली वेबसाइट ने कहा कि वायरल हो रही तस्वीर दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के वाल्टर सिसुलु विश्वविद्यालय (Walter Sisulu University) की एक मेडिकल छात्रा की है और वह जीवित है. यह भी पढ़ें: क्या डॉ. आइशा की COVID-19 से हुई मौत की खबर फेक है? सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों को देख यूजर्स ने किया सवाल- ये असली है या नकली

महिला ने कहा कि उसकी तस्वीरें एक फेक स्टोरी के साथ शेयर की गई हैं और वह कोविड-19 से संक्रमित नहीं है. इसके साथ ही उसने कहा कि मेरी परीक्षाएं चल रही हैं और यहां मैं उन लोगों को जवाब दे रही हूं जो मुझसे पूछ रहे हैं कि क्या मैं मर गई हूं. यह एक शरारत है, जिसके इलाज का कोई तरीका नहीं है.

उसने कहा कि अस्पताल की जो फोटो सोशल मीडिया पर घूम रही हैं वो तब कि हैं जब उसे एक आवर्ती चिकित्सा स्थिति के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था, इसलिए डॉ. आइशा की मौत की कहानी फेक है और फेक कहानी के साथ तस्वीर को शेयर किया जा रहा है.

Fact check

Fact Check: कोविड-19 के कारण डॉ. आइशा की मौत का पोस्ट है फेक, गलत जानकारी के साथ सोशल मीडिया पर शेयर की गई जीवित मेडिकल स्टूडेंट की पुरानी तस्वीर
Claim :

डॉ. आयशा की मौत कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हुई.

Conclusion :

यह स्टोरी फेक है, महिला ने कहा कि उसकी तस्वीरें एक गलत जानकारी के साथ शेयर की गई हैं और वह कोविड-19 संक्रमित नहीं हैं.

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