क्या हम अंग्रेजी मीडियम वाले स्कूलों में पढ़ाई अथवा विदेशी भाषा सीखने के चक्कर में मातृभाषा को नजरअंदाज कर रहे हैं? अंग्रेजी के महत्वाकांक्षी और व्यावसायिक मूल्यों से किंचित इंकार नहीं किया जा सकता, लेकिन क्या हमारी त्रुटिहीन एवं धारा प्रवाह अंग्रेजी स्पीकिंग हमें अपनी मातृभाषा से दूर नहीं होते जा रहे हैं? वस्तुतः आज की वैश्विक दुनिया में, कई भाषाओं में संवाद करने में सक्षम होना पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है. हालाँकि इसका मतलब यह नहीं कि हमें अपनी मातृभाषा को भूल जाना चाहिए. वास्तव में, ऐसे कई कारण हैं, जिनकी वजह से अपनी मातृभाषा को अच्छी तरह से जानना महत्वपूर्ण है. यहां पांच कारण बताये जा रहे हैं, कि अपनी मातृभाषा को अच्छी तरह से पढ़ना, लिखना और बोलना क्यों महत्वपूर्ण है.
हमारी मातृभाषा हमारी संज्ञानात्मक और बौद्धिक विकास में मदद करती है
तमाम शोधों से स्पष्ट हो चुका है कि जब बच्चे अपनी मातृभाषा अच्छी तरह से बोलने में सक्षम होते हैं तो न केवल उनका संज्ञानात्मक विकास बेहतर होता है, बल्कि बौद्धिक विकास में भी विकास होता है. अकसर एक बच्चे को स्कूली शिक्षा के माध्यम की तुलना में मातृभाषा से अधिक जुड़ाव होता है, इसलिए बच्चे अपनी मातृभाषा में बेहतर सीखते हैं. शोध से यह स्पष्ट हुआ है कि अपनी मातृभाषा में ठोस आधार वाले बच्चों को बेहतर शैक्षिक सफलता कैसे मिलती है.
हमारी मातृभाषा हमें दूसरी भाषा सीखने में मदद करता है.
अधिकांश माता-पिता यही चाहते हैं कि उनके बच्चे धारा प्रवाह अंग्रेजी में बात करें, लेकिन क्या आपने इस बात पर मनन किया है कि अंग्रेजी भाषा को आसानी से सीखने के लिए हमारी मातृभाषा बेहतर भूमिका निभा सकती है. इस विषय पर हुए शोध भी बताते हैं कि अपनी मातृभाषा को सही तरीके से नहीं समझने वाले बच्चों के लिए अंग्रेजी अथवा दूसरी भाषा सीखना अपेक्षाकृत मुश्किल होता है.
हमारी मातृभाषा हमें अपनी संस्कृति और लोगों से जुड़ने में मदद करता है
हमारी भाषाएं हमारी सांस्कृतिक विरासत को जीवित रखती हैं. किसी विदेशी भाषा में पढ़ी या सुनी गई सांस्कृतिक जानकारी को अर्थ, प्रभाव और संदर्भ के नुकसान के कारण समझना या पहचानना मुश्किल हो सकता है. अकसर देखा गया है कि जो बच्चे विदेशी या ऐसे माहौल में पले-बढ़े हैं, जहां उनकी मातृभाषा का प्रयोग बहुत कम अथवा बिलकुल नहीं होता है, उन्हें अपने दादा-दादी अथवा नाना-नानी जैसे घर के बुजुर्गों से बात करने में खासी मुश्किलें आती हैं. इस तरह हमारी मातृभाषाएं हमारी जड़ों और हमारे परिजनों से जुड़ने में महत्वपूर्ण साबित होती है.
यह व्यावसायिक रूप से भी लाभकारी होता है
कॉरपोरेट सेक्टर में भारतीय भाषाओं का महत्व लगातार बढ़ रहा है. कारोबार के क्षेत्र में भी इसका काफी इस्तेमाल हो रहा है. इसलिए हमें अपनी मातृभाषा पर अच्छी पकड़, समझ होने से हमें बड़ा फायदा हो सकता है. यह एक यूएसपी साबित हो सकता है, जो कॉर्पोरेट सीढ़ी पर हमें तेजी से बढ़ने में मदद करता है. बता दें कि अंग्रेजी और अपनी मातृभाषा पर अच्छी पकड़ रखने वाले भारतीयों के लिए अनुवाद के अवसर भी बढ़ रहे हैं. अगर हमारी पृष्ठभूमि विज्ञान, वित्त या कानूनी हो तो चीजें और भी बेहतर हो जाती हैं.
मातृभाषा पर उत्कृष्ट पकड़ अन्य भाषाओं के आसानी से करीब लाती है
अगर आपने अमिताभ बच्चन की फिल्में देखी हैं, तो आप भी बता सकते हैं कि वे जितनी खूबसूरती से अपनी मातृभाषा पर पकड़ रखते हैं. उतनी ही उत्कृष्ट अंग्रेजी भी बोलते हैं. बल्कि हमारे लिए यह तय कर पाना यकीनन मुश्किल होगा कि वे कौन सी भाषा बेहतर बोल सकते हैं. ऐसा इसलिए संभव हो सका है कि उनकी अपनी मातृभाषा पर अच्छी पकड़ है, जिस वजह से वे अपनी मातृभाषा अथवा अन्य भारतीय भाषाओं के साथ अंग्रेजी बोलन में भी उतने ही सक्षम हैं.