World Hepatitis Day 2020: हेपेटाइटिस (Hepatitis) एक ऐसी बीमारी है जिसे लिवर (Liver) के लिए बेहद घातक माना जाता है, इसलिए इस रोग के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 28 जुलाई को वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे (World Hepatitis Day) मनाया जाता है. हेपेटाइटिस रोग की चपेट में आने से हर साल लगभग 1.4 मिलियन लोग मौत की आगोश में समा जाते हैं. लिवर में सूजन की बीमारी कुछ समय के लिए स्वयं सीमित हो सकती है, लेकिन अगर इस रोग के शुरुआती लक्षण पर गौर नहीं किया गया तो यह फाइब्रोसिस यानी स्कारिंग, सिरोसिस या लिवर कैंसर का कारण बन सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) के अनुसार, टीबी के बाद हेपेटाइटिस एक गंभीर बीमारी है, जो पीड़ित व्यक्ति की मौत का कारण बन सकती है. हालांकि हेपेटाइटिस बी इसका सबसे सामान्य प्रकार माना जाता है, जो हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B) वायरस या एचबीवी (HBV) के कारण होता है.
हेपेटाइटिस बी का कोई इलाज तो नहीं है, लेकिन इससे आसानी से बचाव जरूर किया जा सकता है. आप हेपेटाइटिस बी के टीके लगवाकर इस रोग से खुद का बचाव कर सकते हैं. ऐसे में यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि लोग इस बीमारी, टीकाकरण और रोकथाम के अन्य उपायों के बारे में अधिक से अधिक जानें. चलिए जानते हैं विश्व हेपेटाइटिस डे का महत्व, थीम और इस बीमारी के बारे में सब कुछ...
हेपेटाइटिस डे 2020 थीम
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हर साल वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे को एक विशेष थीम के साथ मनाया जाता है. साल 2020 का थीम 'हेपेटाइटिस मुक्त भविष्य' (Hepatitis-free future) निर्धारित किया गया है, जिसमें माताओं और नवजात शिशुओं में हेपेटाइटिस बी को रोकने पर जोर दिया गया है. 28 जुलाई यानी आज डब्ल्यूएचओ इस वायरस के मां से बच्चे में संचरण की रोकथाम पर नई सिफारिशें प्रकाशित करेगा.
हेपेटाइटिस डे का महत्व
लोगों को हेपेटाइटिस रोग के प्रति जागरूक करने के मकसद से वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे मनाया जाता है. डब्ल्यूएचओ के अनुसार, लिवर की सूजन के कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं, जिनमें लिवर कैंसर के बारे में बात करना आवश्यक है. हेपेटाइटिस पांच प्रकार का होता है- ए, बी, सी, डी और ई. इन सभी प्रकारों में हेपेटाइटिस बी और सी मौतों का सबसे आम कारण है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, जागरूकता की कमी के कारण विश्व में करीब 290 मिलियन लोग हेपेटाइटिस से पीड़ित हैं.
कैसे होता है इसका टेस्ट?
हेपेटाइटिस के टेस्ट के लिए किसी वायरल सीरोलॉजी या हेपेटाइटिस पैनल की आवश्कता होती है. वायरल सीरोलॉजी पैनल रिक्त का परीक्षण करके यह निर्धारित करता है कि आपको हेपेटाइटिस है या नहीं.
क्या है इस रोग के लक्षण?
हेपेटाइटिस से पीड़ित लोगों को पीलिया होने का खतरा अन्य लोगों की तुलना में अधिक होता है. अगर आपके नाखून, स्किन या आंखों का रंग पीला पड़ रहा है तो आपको फौरन डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. गहरे पीले रंग का यूरिन होना भी हेपेटाइटिस का लक्षण हो सकता है. इसके अलावा ज्यादा थकाम, जांघों व घुटनों में दर्द और खुजली भी इस रोग का लक्षण हो सकता है. इतना ही नहीं अगर आपके पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द, सूजन, भूख न लगने और उल्टी की शिकायत होती है तो आपको इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.