हेपेटाइटिस वस्तुतः यकृत (Liver) से संबंधित एक गंभीर बीमारी है, जो विभिन्न प्रकार हेपेटाइटिस A, B, C, D और E के वायरस से संक्रमित होता है. इसकी वजह से लीवर में सूजन आती है, और तेजी से संक्रमित होती है. इस बीमारी की गंभीरता को देखते हुए प्रत्येक वर्ष 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया जाता है, इसके बारे में जानकारी होने, इसके रोकथाम के तरीकों को समझाने और उपचार के लिए लोगों में जागरूकता लाई जा सके. विश्व हेपेटाइटिस दिवस (28 जुलाई 2024) के अवसर पर आइये जानते हैं, इस दिवस के इतिहास, लक्षण और रोकथाम के बारे में..
हेपेटाइटिस के लक्षण
थकान एवं कमजोरी
पेट में दर्द
हलका बुखार
पीलिया
अधिक पेशाब होना
अजीर्ण और उल्टी
अस्वस्थ भोजन की इच्छा
अपच और उल्टी
काला मल
त्वचा में खुजली
क्या है हेपेटाइटिस
हेपेटाइटिस (Hepatitis) एक चिकित्सा स्थिति है, जिसमें यकृत (Liver) में सूजन आ जाती है. यद्यपि लीवर में सूजन कई कारणों से हो सकती है, इसके प्रकार भी भिन्न-भिन्न होते हैं. हेपेटाइटिस के भिन्न-भिन्न आधार पर हो सकते हैं.
सामान्य वायरल हेपेटाइटिस: यह हेपेटाइटिस का सामान्य प्रकार है. इसमें विभिन्न प्रकार के वायरस हो सकते हैं.
हेपेटाइटिस A: आमतौर पर दूषित भोजन या पानी के संपर्क से फैलता है.
हेपेटाइटिस B: संक्रमित खून, शारीरिक संबंधों अथवा मातृत्व से बच्चे को हो सकता है.
हेपेटाइटिस C: मुख्यतः संक्रमित खून से फैलता है.
हेपेटाइटिस D: केवल हेपेटाइटिस B के साथ ही संक्रमण कर सकता है.
हेपेटाइटिस E: दूषित पानी के संपर्क से फैलता है. यह अकसर विकासशील देशों में देखा जाता है.
अल्कोहलिक हेपेटाइटिस: अत्यधिक शराब के सेवन से भी लीवर में सूजन आ जाती है.
कुछ औषधियों के साइड इफेक्ट के कारण भी लीवर में सूजन हो सकती है.
28 जुलाई को ही क्यों मनाया जाता है विश्व हेपेटाइटिस दिवस
गौरतलब है कि हेपेटाइटिस वायरस की खोज डॉ. बारूक ब्लमबर्ग ने की थी. उनके अनुसार यह एक गंभीर समस्या है, लेकिन कुछ जांच के बाद उसकी रिपोर्ट के आधार पर इस बीमारी के निदान की शुरुआत की जा सकती है. उन्होंने इस बीमारी से सारी दुनिया को सचेत किया था. यहां तक कि हेपेटाइटिस की वैक्सीन का विकास भी डॉ. बारूक ब्लमबर्ग ने ही किया था. विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा उन्हें सम्मान देने के लिए उनके जन्मदिन (28 जुलाई) को विश्व हेपेटाइटिस दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की. पहली बार 2008 में विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया गया था, इसके बाद से नियमित यह दिवस मनाया जा रहा है.
कारण और रोकथाम
टीकाकरणः हेपेटाइटिस A और B के लिए प्रभावी टीके उपलब्ध हैं. नियमित टीकाकरण से हेपेटाइटिस के संक्रमण को रोका जा सकता है.
सुरक्षित इंजेक्शनः एक ही इंजेक्शन को दूसरे पर लगाने से बचें. टीकाकरण के लिए रोगाणुरहित इंजेक्शन का उपयोग करें. यह रक्त-जनित हेपेटाइटिस वायरस (B और C) के संचरण को रोकता है.
स्वच्छ भोजन और पानीः आप जिस भोजन और पानी का सेवन कर रहे हैं, सुनिश्चित करें कि वह स्वच्छ हो. भोजन को अच्छी तरह पकाएं. यह हेपेटाइटिस A और E के खतरे को कम करता है, जो दूषित भोजन और पानी से फैलता है.
हाथ की स्वच्छताः भोजन शुरू करने से पूर्व और शौचालय का इस्तेमाल करने के पश्चात नियमित रूप से अच्छी तरह हाथ धोएं. इससे हेपेटाइटिस A और E कारण बनने वाले रोगाणु नष्ट हो जाते हैं.
व्यक्तिगत वस्तुएं साझा करने से बचेंः रेजर, टूथब्रश, या नाखून कटर किसी से भी शेयर न करें, हलका सा भी कट होने से रक्त के माध्यम से यह संक्रमित हो सकता है.
सुरक्षित टैटू और कर्ण छेदन! इन प्रथाओं को अपनाते समय कीटाणुरहित उपकरण का इस्तेमाल करें. यह हेपेटाइटिस B और C के रक्त-जनित संक्रमण को रोकता है.