Health Benefits of Citrus Fruits: अब आप नहीं कहेंगे कि अंगूर खट्टे हैं! क्योंकि इन खट्टे फलों में है दिल से दिमाग तक को दुरुस्त रखने की बेजोड़ शक्ति!
प्रतीकात्मक तस्वीर

किसी ने सच कहा है कि प्रतिदिन दो फल खाने वाले व्यक्ति को कभी डॉक्टर की जरूरत नहीं पड़ती. क्योंकि इन फलों से हमारे शरीर को तमाम किस्म के विटामिन्स एवं खनिज प्राप्त होते हैं, लेकिन अक्सर हम कुछ फलों को यह कह कर खाने से मना कर देते हैं कि ये खट्टे हैं, और दांतों में लगते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि इन खट्टे फलों में कितनी कमाल की शक्ति होती है. इन खट्टे फलों में आपको पाचन से लेकर हृदय रोग जैसी बीमारियों का इलाज छिपा है. खट्टे फलों के दिव्य गुणों को जानने के बाद आप भी कहेंगे कि अंगूर खट्टे नहीं हैं. आइये जानें इनके दिव्य गुण किन-किन बीमारियों को भगाने की शक्ति रखते हैं

आंखों को स्वस्थ रखता है.

संतरा, नारंगी, मुसम्मी, जामुन एवं कीवी जैसे खट्टे फलों में विटामिन सी एवं एंटी ओबेसिटी के प्रयाप्त गुण पाये जाते हैं. ये आंखों को हेल्दी बनाते हैं, जिसकी वजह से आंखों की रोशनी अच्छी बनती है. ये खट्टे फल आंखों को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं.

इम्यूनिटी मजबूत रखता है

आज कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए हमारे शरीर में प्रतिरक्षा कार्य प्रणाली (Immunity) का सशक्त होना बहुत जरूरी है. खट्टे फलों में मौजूद विटामिन्स शरीर में श्वेत रक्त कणिकाएं (WBC) बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं. किसी भी बीमारी से बचने के लिए आपको अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाना जरूरी है, ताकि हमारा शरीर रोगों से लड़ने में सक्षम हो जाए.

दिल को रखता है दुरुस्त

खट्टे फलों में फ्लेवोनोइड नामक तत्व प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. यह हृदय रोग से आपको सुरक्षित रखने में अहम भूमिका निभाता है. इसके साथ-साथ यह ब्लड लिपिड, ब्लड ग्लूकोज और ब्लड वेसेल्स के कार्य को बेहतर करने में मददगार होते हैं. इससे हृदय में रक्त संचार बेहतर होता है.

मोटापा कम करता है

खट्टे फलों में तमाम तरह के फाइटोकेमिकल जैसे-एल्कोनोइड, फ्लावोनोइड इत्यादि तत्व होते हैं. यह फाइटोकेमिकल वजन को कम करने में प्रभावशाली भूमिका निभाते हैं. खट्टे फलों में एंटी ओबेसिटी गुण प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं. इसके नियमित सेवन से बढ़ते वजन पर नियंत्रण पाया जा सकता है.

पथरी के लिए फायदेमंद

पथरी के मरीजों के लिए खट्टे फल किसी रामबाण से कम नहीं होते. वस्तुतः खट्टे फलों में मूत्रवर्धक गुण होते हैं, ऐसे में प्रतिदिन दो खट्टे फलों का नियमित सेवन करने से यूरिन के माध्यम से पथरी निकल सकता है. नींबू में ड्यूरेटिक तत्व पाये जाते हैं, ये मूत्र के स्त्राव की बारंबारता को बढ़ाते हैं. इससे पथरी के जोखिम कम किये जा सकते हैं.

मस्तिष्क को सक्रिय रखता है

ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस शरीर के लिए काफी नुकसानदायक होते हैं. ये मस्तिष्क से जुड़ी तमाम समस्याओं को बढ़ाते हैं. ऐसी स्थिति में शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने के लिए खट्टे फलों का सेवन करें. इससे मस्तिष्क के विकारों को कम किया जा सकता है.