Uttarakhand Formation Day 2024 Wishes: उत्तराखंड स्थापना दिवस हर साल 9 नवंबर को मनाया जाता है. यह दिन उत्तराखंड की गौरवशाली सांस्कृतिक धरोहर और संघर्षपूर्ण इतिहास का प्रतीक है. इस वर्ष उत्तराखंड अपना 24वां स्थापना दिवस (Uttarakhand Formation Day 2024) मना रहा है. वर्ष 2000 में उत्तराखंड को उत्तर प्रदेश से अलग कर एक स्वतंत्र राज्य का दर्जा मिला था. पहले इसे उत्तरांचल कहा जाता था, लेकिन 2007 में इसका नाम बदलकर उत्तराखंड कर दिया गया. उत्तराखंड का गठन हिमालयी क्षेत्र की विशिष्ट पहचान और जन आकांक्षाओं को पूरा करने के उद्देश्य से किया गया.
यह राज्य प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विरासत और आस्था का केंद्र माना जाता है. यहां देश की दो प्रमुख नदियों, गंगा और यमुना का उद्गम स्थल है, और इसे देवभूमि के नाम से भी पहचाना जाता है. देवभूमि उत्तराखंड में अनेक धार्मिक स्थल और तीर्थ केंद्र स्थित हैं जैसे केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, हरिद्वार, ऋषिकेश आदि.
उत्तराखंड स्थापना दिवस के इस खास मौके पर आप अपने दोस्तों और परिवार को इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स, कोट्स को भेजकर शुभकामनाएं दे सकते हैं.
उत्तराखंड स्थापना दिवस की शुभकामनाएं
1. उत्तराखंड मेरी मातृभूमि
मातृभूमि, मेरी पितृभूमि,
भूमि तेरी जै जै कारा म्यार हिमाला !!
उत्तराखंड स्थापना दिवस की शुभकामनाएं
2. जिंदगी के हर पहलू को समेटे खड़े हैं पहाड़
कभी हौंसला कभी चुनौती देते हैं पहाड़ !!
उत्तराखंड स्थापना दिवस की शुभकामनाएं
3.गंगा, यमुना की भूमि यही
चार धामों की धरती यही,
खूबसूरत पहाड़ों की वादियां
हरे भरे बुग्याल यहां...
बर्फीली चोटियों पर सूरज की लाली,
पहाड़ की है हर बात निराली !!
उत्तराखंड स्थापना दिवस की शुभकामनाएं
4.बाबा केदार का धाम, हरी का हरिद्वार
धर्म, संस्कृति का है यहां अद्भुत संगम !!
उत्तराखंड स्थापना दिवस की शुभकामनाएं
5.पहाड़ पर चलती है, हौसले लिये पहाड़ी
कभी न हिम्मत हारी, ये पहाड़ की नारी !!
उत्तराखंड स्थापना दिवस की शुभकामनाएं
6.देवी देवताओं का वास यहां, प्रकृति का हम पर उपकार है,
लहराती नदियां ऊंचे झरने यहां, यही मेरा घर “उत्तराखंड” है !!
उत्तराखंड स्थापना दिवस की शुभकामनाएं
उत्तराखंड का गठन आसान नहीं था. यह राज्य कई वर्षों के संघर्ष और आंदोलनों के बाद अस्तित्व में आया. उत्तराखंड ने अपनी अलग पहचान और विकास के लिए लंबा संघर्ष किया. यह वही देवभूमि है, जो आज भी अपने गौरवशाली इतिहास को संजोए हुए आगे बढ़ रही है.
उत्तराखंड का गठन होने के बाद से इसने शिक्षा, पर्यटन और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में प्रगति की है. राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन के प्रयासों से यहां की पर्यटन सुविधाओं और बुनियादी ढांचे में सुधार हो रहा है और बहुत कुछ सुधार होने की दिशा में राज्य आगे बढ़ रहा है.
प्राकृतिक सौंदर्य और शांतिपूर्ण वातावरण औरआध्यात्मिक शांति की तलाश में यहां सालभर पर्यटक आते रहते हैं. यहां की संस्कृति में पर्वतीय परंपराओं, लोक संगीत और त्योहारों का विशेष महत्व है जहां एकता, प्रकृति प्रेम, और सादगी का अद्भुत मिश्रण देखने को मिलता है.
इस स्थापना दिवस पर हम सभी को इस राज्य के गौरवशाली इतिहास और संस्कृति पर गर्व करना चाहिए और इसके विकास में अपना योगदान देना चाहिए.