Subho Sasthi 2020 Messages & Maa Durga Images in Hindi: बंगाली समुदाय के लोगों के लिए आज (22 अक्टूबर2020) बेहद महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि आज से पश्चिम बंगाल, ओडिशा, असम और त्रिपुरा समेत देश के विभिन्न हिस्सों में दुर्गा पूजा (Durga Puja) की भव्य शुरुआत हो गई है. हालांकि 5 दिवसीय दुर्गा उत्सव को हर साल बहुत धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन इस साल कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के प्रकोप के चलते इस उत्सव की रौनक कुछ फीकी पड़ गई है. दरअसल, नवरात्रि (Navratri) के छठे दिन से दुर्गा पूजा की शुरुआत होती है और दुर्गा पूजा के पहले दिन को शुभो षष्ठी (Subho Sashti) या महाषष्ठी (Maha Shashti) कहा जाता है. इस दिन विभिन्न दुर्गा पंडालों में ढाक-ढोल, स्वादिष्ट भोज के साथ मां दुर्गा का स्वागत किया जाता है. महाषष्ठी के दिन बोधन के साथ देवी दुर्गा का स्वागत कर उनके मुख का अनावरण किया जाता है.
इस साल कोविड-19 के प्रकोप के कारण दुर्गा पूजा उत्सव को सादगी से मनाया जा रहा है. हालांकि इस अवसर पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आप अपने सगे-संबंधियों को मां दुर्गा के भक्तिमय हिंदी वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ इमेजेस, एचडी वॉलपेपर्स, फोटो एसएमएस, कोट्स, मैसेजेस और देवी दुर्गा के इमेजेस सोशल मीडिया के जरिए भेजकर शुभो षष्ठी की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।
महाषष्ठी की शुभकामनाएं
2- सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।।
महाषष्ठी की शुभकामनाएं
3- जब दुःख बढ़ जाता है,
हल कहीं नहीं मिल पाता है,
तब वो मां के दरबार आता है,
चेहरे पर मुस्कान लेकर जाता है.
महाषष्ठी की शुभकामनाएं
4- मां दुर्गा आपको,
सुख- समृद्धि, वैभव,
और ख्याति प्रदान करें.
जय माता दी.
महाषष्ठी की शुभकामनाएं
5- जगत की पालनहार हैं मां,
मुक्ति का धाम हैं मां,
हमारी भक्ति का आधार हैं मां,
सबकी रक्षा का अवतार हैं मां.
महाषष्ठी की शुभकामनाएं
मान्यता है कि मां दुर्गा महालया के दिन धरती पर आती हैं और दुर्गा पूजा का उत्सव उसके छह दिन बाद शुरू होता है, लेकिन इस साल अधिक मास होने के कारण पितृ पक्ष और नवरात्रि के बीच एक महीने का अंतर आ गया. ऐसे में महालया के एक महीने बाद नवरात्रि की शुरुआत हुई है. दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान देवी की उपासना की जाती है और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. दुर्गा पूजा का मुख्य उत्सव महाषष्ठी, महा अष्टमी, महानवमी और विजयादशमी के दिन तक मनाया जाता है.