Janmashtami 2020 Dress Ideas: हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami) का पर्व मनाया जाता है. हालांकि इस साल भी लोगों में असमंजस की स्थिति है कि जन्माष्टमी (Janmashtami) का त्योहार 11 अगस्त को मनाया जाएगा या 12 अगस्त को. अगर आप भी तिथि को लेकर असमंजस में हैं तो हम आपको बता दें कि मथुरा में 12 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी. हालांकि हर साल कृष्ण जन्माष्टमी के उत्सव को देशभर में भव्य तरीके से मनाया जाता रहा है, लेकिन इस साल कोरोना वायरस संकट (Coronavirus Crisis) के कारण इस पर्व की रौनक भी थोड़ी फीकी पड़ती दिख रही है. भगवान श्रीकृष्ण की जयंती तब मनाई जाती है जब वे अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में विष्णु के आठवें अवतार के रूप में जन्म लेते हैं. जन्माष्टमी के दिन लोग कान्हा जी के बाल गोपाल (Bal Gopal) स्वरुप की पूजा करते हैं. इस दिन अधिकांश माता-पिता अपने बच्चों को बाल गोपाल और राधा के रूप में तैयार करते हैं. अगर आप भी कान्हा के जन्मोत्सव को सेलिब्रेट करने के लिए अपने बच्चे को बाल गोपाल या राधा के रूप में तैयार करना चाहते हैं तो हम आपके लिए लेकर आए हैं जन्माष्टमी स्पेशल ड्रेस आइडियाज (Janmashtami Dress Ideas)...
बाल गोपाल की तरह बच्चे को ऐसे करें तैयार
लड्डू गोपाल की पोशाक: सबसे पहले एक पोशाक का चयन करें. आप एक पीले रंग की पट्टी, दुपट्टा और धोती खरीद सकते हैं. इसके अलावा आप अपनी पसंद के अनुसार एक साधारण सूती या रेशम का सादा कढ़ाई वाला कपड़ा लेकर उससे कान्हा की पोशाक बना सकते हैं.
कृष्ण जी का मुकुट: कान्हा की तरह मुकुट पहनाने के लिए आप एक अच्छा सा मुकुट खरीद सकते हैं या फिर अपने हाथों से घर पर मुकुट तैयार कर सकते हैं. कार्डबोर्ड, कपड़े का टुकड़ा और स्टोनवर्क की मदद से आप घर बैठे एक खूबसूरत मुकुट तैयार कर सकते हैं.
श्रीकृष्ण के आभूषण: अपने बच्चे को बाल गोपाल की तरह तैयार करने के लिए कान्हा जैसे आभूषण की भी जरूरत पड़ेगी. आप माला, हार, कंगन, बाजूबंद इत्यादि आभूषणों से अपने बेटे को तैयार कर सकते हैं, लेकिन तैयार करते समय अपने कान्हा के माथे पर तिलक लगाना न भूलें.
हाथों में दें बांसुरी: कान्हा बासुरी के बिना अधूरे माने जाते हैं, इसलिए जब आपका बाल गोपाल सजकर तैयार हो जाए तो उसके हाथों में एक बांसुरी देना न भूलें. इसके बाद उसे एक मटकी के पास बिठाकर उसकी तस्वीर खींचें. यह भी पढ़ें: krishna Janmashtami 2020: कब है कृष्ण जन्माष्टमी? जानें आखिर मध्यरात्रि में ही क्यों मनाया जाता है कान्हा का जन्मोत्सव
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राधा की तरह की बेटी को ऐसे करें तैयार
राधा की तरह पोशाक: अपनी बच्ची को राधा रानी की तरह तैयार करने के लिए सबसे पहले एक लहंगा या पारंपरिक साड़ी खरीदें. आप अपनी बेटी को राधा की तरह सजाने के लिए अपनी साड़ी का इस्तेमाल भी कर सकती हैं.
राधा की तरह श्रृंगार: बच्ची के चेहरे पर फाउंडेशन, आंखों पर आई लाइनर और मस्करा लगाएं. गालों पर शिमर लगाएं. होठों पर लाल रंग की लिप्स्टिक लगाएं.
राधा की तरह आभूषण: राधा की तरह पोशाक और मेकअप करने के बाद नन्ही राधा के माथे पर मांग टीका लगाएं. कानों में झुमके, हाथों में कंगन, पैरों में पायल और बालों पर गजरा लगाएं.
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गौरतलब है कि कृष्ण जन्माष्टमी को गोकुल अष्टमी के नाम से भी जाना जाता है, कृष्ण के जन्म के अगले दिन दही हांडी का पर्व मनाया जाता है, जब लड़के कान्हा बनकर ऊंचाई पर लटकी हुई माखन की मटकियां फोड़ते हैं. हालांकि इस साल कोरोना संकट के चलते सार्वजनिक तौर पर इस उत्सव का आयोजन नहीं किया जाएगा. संकट की इस घड़ी में आपसे भी यही अपील है कि आप घरों में रहकर अपने बच्चों को बाल गोपाल और राधा की तरह तैयार करके परिवार के साथ कान्हा का जन्मोत्सव मनाएं.