
मरकजी चांद कमेटी के अध्यक्ष और लखनऊ के शाही इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने घोषणा की कि आज यानी 29 शाबान 1446 को चांद नहीं दिखा. इसलिए, शाबान 1 मार्च को 30 दिन पूरे हो जाएंगे। मुसलमान 2 मार्च से रमजान 2025 का रोजा शुरू करेंगे.
Maulana Khalid Rasheed Farangi Mahali, President of the Markazi Chand Committee and Shahi Imam of Lucknow, declared that the moon for the holy month of Ramadan was not sighted today, 29th Shaban 1446 AH, corresponding to 28th February 2025. Therefore, the first day of Ramadan… pic.twitter.com/YkyT34Mfid— IANS (@ians_india) February 28, 2025

भारत और पाकिस्तान में चांद देखने की कोशिशें जारी, घोषणा का इंतजार है भारत और पाकिस्तान के अलग-अलग शहरों में रुएत-ए-हिलाल कमेटियां इस समय यह जांचने के लिए बैठक कर रही हैं कि उनके यहां चांद दिखाई दिया है या नहीं. अगर आज चांद दिखाई देता है, तो 2025 का रमजान 01 मार्च से शुरू होगा. अगर चांद दिखाई नहीं देता है, तो 02 मार्च से रमजान के रोजे शुरू हो जाएंगे.

भारत में अभी तक रमजान 2025 का चांद नहीं देखा गया है. हालांकि, अंतिम पुष्टि का इंतजार है. अगर चांद दिख जाता है, तो रमजान 1446 1 मार्च से शुरू होगा. अगर चांद नहीं दिखता है, तो मुसलमान 2 मार्च से रमजान का उपवास शुरू करेंगे.

उत्तर प्रदेश, दिल्ली में चांद देखने की कोशिश जारी है. अभी तक रमजान का चांद नहीं दिखा है.

देश के अलग-अलग हिस्सों में चांद देखने की कोशिश जारी है. उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात सहित तमाम राज्यों में चांद देखने की कोशिश जारी है.
Ramadan Moon Sighting 2025 in India: जैसे ही रमजान 2025 का चांद निकलने का वक्त करीब आ रहा है, दुनियाभर के मुसलमान इस पाक महीने की शुरुआत के इंतजार में हैं. रमजान इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है, जो आत्मसंयम, इबादत और भलाई का महीना माना जाता है. इस दौरान मुसलमान सूर्योदय से सूर्यास्त तक रोजा रखते हैं, जिससे आत्मशुद्धि, संयम और समाज सेवा का महत्व बढ़ता है.
भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, इंडोनेशिया और अन्य दक्षिण एशियाई देशों में आमतौर पर रमजान का चांद सऊदी अरब से एक दिन बाद दिखता है. लेकिन 2025 में एक अनोखा संयोग बन रहा है, जिसमें दुनियाभर के मुसलमान एक ही रात को चांद देखने की कोशिश करेंगे.
28 फरवरी 2025 (शुक्रवार) की शाम को चांद दिखने की संभावना है. अगर चांद दिख जाता है, तो 1 मार्च (शनिवार) से पहला रोज़ा रखा जाएगा. अगर चांद नहीं दिखता, तो 2 मार्च (रविवार) से रमजान की शुरुआत होगी.
अगर चांद 28 फरवरी को दिख जाता है तो पहली तरावीह 28 फरवरी की रात होगी. पहला रोजा 1 मार्च (शनिवार) को होगा. अगर चांद 28 फरवरी को नहीं दिखता है. पहली तरावीह 1 मार्च की रात को होगी. पहला रोजा 2 मार्च (रविवार) को होगा.
भारत में रमजान का चांद जमीयत उलेमा-ए-हिंद और विभिन्न चांद कमेटियों द्वारा घोषित किया जाएगा. देशभर के अलग-अलग शहरों में धार्मिक विद्वान और इस्लामी समितियां खुले मैदानों, मस्जिदों और वेधशालाओं में चांद देखने की प्रक्रिया करेंगी.