
Delhi Weather: दिल्ली की कड़ाके की सर्दी के लिए जानी जाने वाली जनवरी इस बार अपना कहर नहीं दिखा पाई. जनवरी के महीने में आमतौर पर कंपकंपाने वाली ठंड का सामना करने वाली राजधानी में इस बार न तो शीतलहर चली और न ही दिन ज्यादा ठंडे रहे. इस महीने का सबसे कम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 9 जनवरी को था. जबकि पिछले वर्षों में पारा 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे तक गिरता था, इस बार ऐसा नहीं हुआ.
जनवरी में अधिकतर दिनों में न्यूनतम तापमान 6 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, जबकि दिन का तापमान 15 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहा. यह पिछले साल के मुकाबले बहुत अलग था, जब दिल्ली में पांच दिन शीतलहर रही थी और न्यूनतम तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस तक गिरा था. 2023 में तो राजधानी में आठ दिनों तक शीतलहर चली थीं, और पारा 1.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था.
शीतलहर से नहीं ठिठुरी राजधानी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, जब न्यूनतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस से 6.4 डिग्री सेल्सियस तक कम हो और यह स्थिति लगातार दो दिनों तक बनी रहे, तो इसे शीतलहर (Cold Wave)) माना जाता है. लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ.
क्यों रहा जनवरी इतना गर्म?
इस साल धूप भरे दिन ज्यादा रहे और 18 जनवरी के बाद दिन का तापमान लगातार बढ़ता गया. दिन में चटक खिली धूप से मौसम में गर्मी बनी रही. 19 से 22 जनवरी के बीच दिन का तापमान सामान्य से 4-6 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया. अभी दिल्ली का अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है, जो सामान्य से 2-3 डिग्री सेल्सियस अधिक है. वहीं, रात का तापमान भी सामान्य के करीब ही रहा.
मौसम वैज्ञानिक डॉ. श्याम दास कोटल के अनुसार, "दिन के तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है." IMD ने पहले ही इस बात का पूर्वानुमान जताया था कि इस बार उत्तरी भारत में ठंडी लहर कम रहेगी.
पिछले साल जनवरी में औसत न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस था, जबकि इस साल यह बढ़कर 8.4 डिग्री सेल्सियस हो गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि हाल के वर्षों में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी का रुझान देखा गया है, जिससे सर्दी कम ठंडी महसूस हो रही है.
ला नीना का प्रभाव
इस साल ला नीना प्रभाव देखने को मिला, जिसमें प्रशांत महासागर के भूमध्यीय क्षेत्र का तापमान सामान्य से ठंडा हो जाता है और यह दुनिया भर के मौसम को प्रभावित करता है. आमतौर पर भारत में ला नीना के दौरान कड़ाके की सर्दी पड़ती है, लेकिन इस बार यह देर से और कमजोर पड़ा, इसलिए ठंड भी कम रही.
आगे क्या रहेगा मौसम का मिजाज?
दिल्ली में सर्दी अब धीरे-धीरे कम हो रही है. IMD के अनुसार, 30 जनवरी से 4 फरवरी के बीच पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में दो पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) सक्रिय रहेंगे, जिससे उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश हो सकती है. दिल्ली में भी हल्की बूंदाबांदी और बादल छाए रहने की संभावना है, लेकिन इसका तापमान पर खास असर नहीं होगा.
कुल मिलाकर, उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में तापमान अगले कुछ दिनों में 2-3 डिग्री सेल्सियस और बढ़ सकता है. हालांकि, सुबह और देर शाम के वक्त कोहरा छाने की संभावना बनी रहेगी.