
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि वेनेजुएला से तेल या गैस खरीदने वाले किसी भी देश को अब 25 फीसदी टैरिफ चुकाना होगा. उन्होंने यह घोषणा अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर की. ट्रंप ने कहा कि वेनेजुएला अमेरिका के खिलाफ "शत्रुतापूर्ण रवैया" अपना रहा है, इसलिए यह कदम उठाया गया है. इस नए टैरिफ का सबसे बड़ा असर भारत पर पड़ सकता है, क्योंकि हाल ही में भारत वेनेजुएला के सबसे बड़े तेल खरीदारों में शामिल हुआ है.
डोनाल्ड ट्रंप बोले भारत से अच्छे संबंध, लेकिन... टैरिफ को लेकर कह दी ये बात.
ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि वेनेजुएला अमेरिका के लिए एक "खतरा" बन गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि वेनेजुएला ने जानबूझकर अमेरिका में अपराधी और हिंसक गैंग भेजे हैं. ट्रंप प्रशासन इसे एक "सुरक्षा खतरा" मानते हुए 2 अप्रैल 2025 से यह टैरिफ लागू करने वाला है.
भारत पर क्या पड़ेगा प्रभाव?
भारत ने दिसंबर 2023 और जनवरी 2024 में वेनेजुएला से सबसे ज्यादा कच्चा तेल खरीदा था. जनवरी 2024 में भारत ने लगभग 2.54 लाख बैरल प्रतिदिन वेनेजुएला से आयात किया था, जो उस समय वेनेजुएला के कुल तेल निर्यात का लगभग 50 फीसदी था. अगर भारत वेनेजुएला से तेल खरीदना जारी रखता है, तो पेट्रोल-डीजल महंगे हो सकते हैं, जिससे महंगाई बढ़ने का खतरा रहेगा.
महंगा होगा कच्चा तेल
भारत की कंपनियां रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंडियन ऑयल और एचपीसीएल- मित्तल एनर्जी वेनेजुएला से बड़ी मात्रा में कच्चा तेल खरीदती हैं. 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगने से भारतीय रिफाइनरियों को यह तेल महंगा पड़ेगा.
भारत अपनी जरूरत का 85 फीसदी कच्चा तेल आयात करता है और सस्ता तेल खरीदने के लिए वैकल्पिक बाजार खोजता रहता है. वेनेजुएला से मिलने वाले सस्ते तेल पर टैरिफ बढ़ने से भारत को रूस, ईरान या अन्य देशों से तेल खरीदने पर विचार करना पड़ सकता है.
ईंधन की कीमतों पर असर
अगर भारत वेनेजुएला से तेल खरीदना जारी रखता है, तो 25 फीसदी अतिरिक्त शुल्क के कारण पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है. यह आम जनता पर सीधा असर डालेगा, जिससे महंगाई बढ़ सकती है.
क्या भारत टैरिफ के बावजूद वेनेजुएला से तेल खरीदेगा?
भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए कई देशों से तेल खरीदता है. रूस पहले से ही भारत को डिस्काउंट पर कच्चा तेल दे रहा है, इसलिए भारत वेनेजुएला की जगह रूस से और अधिक तेल खरीद सकता है.
टैरिफ को लेकर बातचीत संभव
भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत हैं, इसलिए भारत कूटनीतिक स्तर पर इस टैरिफ से छूट पाने की कोशिश कर सकता है. भारत को अब फैसला करना होगा कि क्या वह अमेरिकी टैरिफ चुकाकर वेनेजुएला से तेल खरीदना जारी रखेगा या अन्य देशों से तेल आयात बढ़ाएगा. सरकार की कोशिश होगी कि तेल कीमतों पर सीधा असर न पड़े और आयात लागत को कम किया जाए. आने वाले हफ्तों में भारत-अमेरिका के बीच इस मुद्दे पर बातचीत हो सकती है.