नई दिल्ली: देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी का कहर देखने को मिल रहा है. देश की राजधानी दिल्ली में चिलचिलाती गर्मी का दौर शुरू हो चुका है. दक्षिण भारत समेत देश के कई राज्यों में तापमान 44 डिग्री के करीब पहुंच गया है. आंध्र प्रदेश से लेकर तेलंगाना, महाराष्ट्र तक पारा हाई है और हीटवेव लोगों को झुलसा रही है. मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार सोमवार (8 अप्रैल) को सबसे अधिक तापमान आंध्र प्रदेश के नंदयाल में दर्ज किया गया. यहां अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से 3.6 डिग्री सेल्सियस अधिक है. Read Also: Beat the Heat: गर्मी से सावधान! हीटवेव से बचना है तो इन बातों का जरूर रखें ध्यान.
आंध्र प्रदेश के अनंतपुर में तापमान 42.8 डिग्री सेल्सियस और कर्नूल में अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री दर्ज किया गया. मध्य महाराष्ट्र भी हीटवेव की चपेट में है. सोलापुर में तापमान 42.0 डिग्री रहा तो वहीं जेउर में तापमान 41.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
IMD Update:
Maximum temperatures (≥ 42°C) Recorded on 08thApril 2024 pic.twitter.com/aQFNApLwYm
— India Meteorological Department (@Indiametdept) April 8, 2024
आईएमडी के मुताबिक आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र के अलग-अलग स्थानों पर हीटवेव चलने की संभावना है. उत्तर-पश्चिम मध्य भारत, पूर्वी भारत और उत्तर-पश्चिमी मैदानी इलाकों के कुछ हिस्सों में गर्मी की लहर ज्यादा देखने को मिलेगी और तपिश महसूस होगी.
राजस्थान में भीषण गर्मी
मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार राज्य के जोधपुर संभाग के कुछ भागों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया है. आगामी 72 घंटे में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस बढ़ोतरी होने की संभावना है.
इस दौरान जोधपुर, बीकानेर संभाग में कहीं-कहीं अधिकतम तापमान के 42-43 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से 3-4 डिग्री ऊपर) पर पहुंचने की संभावना है, जबकि शेष भागों में इसके 39-41 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार से पूर्वी हवाओं के प्रभावी होने से पूर्वी व दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में कहीं-कहीं बादल गरजने और बारिश की संभावना है. कुछ स्थान 11-12 अप्रैल को आंधी-बारिश की चेपेट में आ सकते हैं.
जून तक खूब सताएगी गर्मी
मौसम विभाग के अनुसार इस साल अप्रैल-जून में देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहेगा. इसके अलावा मध्य और पश्चिमी प्रायद्वीपीय भागों पर इसका बहुत बुरा असर पड़ने की आशंका है. मौसम विभाग का कहना है कि देश के विभिन्न हिस्सों में सामान्यतः चार से आठ दिन की तुलना में 10-20 दिन तक लू चल सकती है.