तमिलनाडु: कोयंबटूर में उमड़ा प्रवासी मजदूरों का सैलाब, श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के पास लेने के लिए पहुंचे यूपी-बिहार के लोग
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के पास के लिए उमड़ी प्रवासी मजदूरों की भीड़ (Photo Credits: ANI)

Coronavirus Outbreak In India: भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ लॉकडाउन (Lockdown) का चौथा चरण चल रहा है, बावजूद इसके न तो कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण की रफ्तार थम रही है और न ही प्रवासी मजदूरों (Migrant workers) के पलायन (Migration) का सिलसिला रूकने का नाम ले रहा है. जिस तरह से कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है, उसी तरह से अब प्रवासी मजदूरों का सब्र भी जवाब देने लगा है. हालांकि प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनों और बसों की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जा रही है, लेकिन ये सभी इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं और हर गुजरते दिन के साथ इन मजदूरों के सब्र का बांध टूटता जा रहा है.

देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और बिहार (Bihar) के मजदूर हर हाल में अपने घरों तक पहुंचना चाहते हैं, लिहाजा अब घर वापसी की मांग को लेकर वो सड़कों पर उतरने लगे हैं. तमिलनाडु (Tamil Nadu) में भी सड़क पर मजदूरों का सैलाब देखने को मिला. बता दें कि कोयंबटूर (Coimbatore) के सुंदरपुरम (Sundarapuram) में आज के श्रमिक स्पेशल ट्रेन (Shramik Special Trains) का पास पाने के लिए हजारों की तादात में उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रवासी मजदूर इकट्ठा हुए हैं. ये सभी मजदूर ट्रेन पास के लिए आए हैं, ताकि वो अपने घरों को वापस लौट सकें. यह भी पढ़ें: लॉकडाउन 4.0: दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पहुंचे प्रवासी मजदूर, बसों से घर भेजने की कर रहे हैं मांग 

ट्रेन पास के लिए उमड़ा मजदूरों का सैलाब

गौरतलब है कि कोरोना वायरस के खिलाफ लॉकडाउन का चौथा चरण 31 मई तक जारी रहेगा, लेकिन कोरोना संक्रमितों की तादात लगातार बढ़ती जा रही है. कोरोना संक्रमण के मामलों में गुजरात को पीछे छोड़ते हुए तमिलनाडु दूसरे स्थान पर आ गया है. यहां कोरोना संक्रमण के मामले बढ़कर 12,448 हो गए हैं, जबकि अब तक 84 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. हालांकि कोरोना का सबसे ज्यादा बुरा प्रभाव महाराष्ट्र में देखा जा रहा है, क्योंकि 37,136 कंफर्म मामलों और 1,325 मौतों के साथ यह राज्य अव्वल स्थान पर है.