नई दिल्ली: चांद के दीदार के बाद आज से इस्लाम धर्म के पवित्र महीने रमजान (Ramzan) की शुरुआत हो गई है. माह-ए-रमजान में लोग पूरे महीने रोजा (Roza) रखकर अल्लाह की इबादत करते हैं. रमजान में मस्जिदों (Mosques) में लोग शुक्रवार और तरावीह की खास नमाज अदा करते हैं, लेकिन इस साल पूरी दुनिया में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण से हाहाकार मचा हुआ है और लॉकडाउन (Lockdown) के चलते देश के तमाम मस्जिदों को बंद रखा गया है. ऐसे में रमजान के महीने में मुस्लिम समुदाय के लोगों से घरों में रहकर अल्लाह की इबादत, नमाज, सहरी और इफ्तार की सारी रस्में अदा करने की अपील की गई है. ऐसे में रमजान महीने की शुरुआत होते ही लोगों ने अपने घरों में नमाज और सहरी की रस्म अदा कर अपने रोजे की शुरुआत की.
राजधानी दिल्ली (Delhi) में इस्लाम धर्म के लोगों ने अपने घरों में नमाज पढ़ी और परिवार के साथ सहरी की रस्म अदा कर रोजे की शुरुआत की. इंद्रलोक इलाके के निवासी एमडी सलीम का कहना है कि कोरोना वायरस लॉकडाउन (Coronavirus Lockdown) के चलते सभी मस्जिदें बंद हैं. अगर हम घर के बाहर कदम रखते हैं तो इससे कोरोना वायरस का प्रसार हो सकता है, इसलिए हमनें अपने परिवार के साथ घर में ही नमाज और सहरी की रस्म अदा की.
देखें ट्वीट-
Delhi: People offered 'Namaz' and performed 'sahari' rituals at their homes as all mosques remain closed amid the #CoronaLockdown."If we step outdoors it can lead to the spread of Coronavirus. So,I prayed along with my family at home",Md Salim, a resident of Inderlok said.#Ramzan https://t.co/rBosgSErMU pic.twitter.com/M4AOjrO7dO
— ANI (@ANI) April 25, 2020
वहीं, कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते जामा मस्जिद का इलाका वीरान नजर आ रहा है, क्योंकि लोग अपने घरों में रहकर नमाज अदा कर रहे हैं और रमजान की सारी रस्में अदा कर रहे हैं. दरअसल, रमजान के महीने में दिल्ली के जामा मस्जिद में लोगों की भारी भीड़ उमड़ती है, लेकिन लॉकडाउन के चलते लोग सार्वजनिक जगहों पर जाने से बच रहे हैं. यह भी पढ़ें: Ramzan 2020: शुरू हो रहा है रहमतों-बरकतों का रमजान माह, रोजा रखने वाले रखें इन बातों का खास ख्याल
गौरतलब है कि देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है, ऐसे में देश के तमाम मस्जिदों में मुस्लिम धर्म के अनुयायियों के प्रवेश पर पाबंदी लगाई गई है. इसके साथ ही उनसे अपील की गई है कि वे रमजान के पवित्र महीने में अपने घरों में रहकर ही अल्लाह की इबादत करें. शुक्रवार की नमाज और तरावीह की खास नमाज के साथ सहरी और इफ्तार जैसी सारी रस्में अपने घरों रहकर अदा करें. इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना बिल्कुल भी न भूलें.