पीएम मोदी वाराणसी पहुंचते ही बोले- मैं काशी का जन प्रतिनिधि हूं, 30 से भी ज्यादा परियोजनाओं का करेंगे उद्घाटन
वाराणसी दौरे पर पीएम मोदी (Photo Credits: ANI)

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आज यानी रविवार को अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी (Varanasi) के एक दिवसीय दौरे पर पहुंच चुके हैं. एयरपोर्ट पर उनका स्वागत राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) समेत राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandi Ben Patel) और बीजेपी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने किया. वाराणसी पहुंने के बाद सबसे पहले पीएम मोदी (PM Modi) जंगमबाड़ी मठ (Jangamwadi Math) पहुंचे और वहां पूजा-अर्चना की. उन्होंने श्री जगद्गुरु विश्वराध्य गुरुकुल के शताब्दी समारोह के समापन समारोह में भी भाग लिया और 19 भाषाओं में श्री सिद्धान्त शिखमणी ग्रन्थ के अनुदित संस्करण और इसके मोबाइल एप्लिकेशन का विमोचन किया. इस दौरान उनके साथ कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा भी मौजूद थे. उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे.

जंगमबाड़ी मठ में पीएम मोदी ने की पूजा-अर्चना

अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचकर प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं काशी का जन प्रतिनिधि हूं और मुझे यहां आकर संतों का आशीर्वाद लेने का मौका मिला है. यह मेरे लिए बहुत बड़ा सौभाग्य है कि मैं संस्कृति और संस्कृति की संगम स्थली में आप सभी के बीच आया. उन्होंने कहा कि बाबा काशी विश्वनाथ के सानिध्य में, मां गंगा के आंचल में और संतों का साक्षी बनने का मौका बार-बार नहीं मिलता है. यह भी पढ़ें: पीएम मोदी का 16 फरवरी को वाराणसी दौरा, महाकाल एक्सप्रेस सहित 30 से अधिक परियोजनाएं को दिखाएंगे हरी झंडी

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एक दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान पीए मोदी बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में 430 बेड के सुपर स्पेशियलिटी सरकारी अस्पताल और बीएचयू के 74 बेड के मनोरोग अस्पताल सहित 30 से भी ज्यादा परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे.

30 से ज्यादा परियोजनाओं का करेंगे उद्घाटन

पीएम मोदी एक वीडियो लिंक के माध्यम से आईआरसीटीसी की 'महाकाल एक्सप्रेस' को भी हरी झंडी दिखाएंगे. देश की पहली ओवरनाइट निजी रेलगाड़ी तीन ज्योतिर्लिंग तीर्थ स्थलों- वाराणसी, उज्जैन और ओंकारेश्वर को जोड़ेगी. वह पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेमोरियल सेंटर राष्ट्र को समर्पित करेंगे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक की 63 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण करेंगे. यह देश में उनकी सबसे ऊंची प्रतिमा होगी. इसे बनाने के लिए पिछले एक साल में 200 से अधिक कारीगरों ने दिन-रात काम किया. यह भी पढ़ें: पीएम मोदी ने वाराणसी के रिक्शा चालक की बेटी को दिया आशीर्वाद, शादी में आने का मिला था न्योता

गौरतलब है कि स्मारक केंद्र में उपाध्याय के जीवन और समकालीन तथ्यों की जानकारी होगी. पिछले वर्ष ओडिशा के लगभग 30 शिल्पकारों और कलाकारों ने इस परियोजना पर काम किया. बाद में, प्रधानमंत्री एक सार्वजनिक समारोह में भाग लेंगे, जहां वह 30 से अधिक परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इनमें काशी हिंदू विश्वविद्यालय में 430 बिस्तरों वाले सुपर स्पेशियलिटी सरकारी अस्पताल और विश्वविद्यालय में 74 बिस्तरों वाला मनोरोग अस्पताल भी शामिल है.

(भाषा इनपुट के साथ)