
Delimitation JAC Meeting Update: चुनावी क्षेत्रों के पुनर्निर्धारण यानी 'परिसीमन' को लेकर डीएमके (DMK) के नेतृत्व में गठित संयुक्त कार्य समिति (JAC) की आज चेन्नई में एक अहम बैठक हुई. इस बैठक में केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित परिसीमन प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी और महत्वपूर्ण पक्षों से पर्याप्त विचार-विमर्श न होने का मुद्दा उठाया गया. बैठक में सर्वसम्मति से 7 सूत्रीय प्रस्ताव पास किया गया. इसमें यह मांग रखी गई कि यह प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ और सभी राज्यों, राजनीतिक दलों व अन्य संबंधित पक्षों की भागीदारी के साथ की जानी चाहिए.
बैठक की अध्यक्षता कर रहे तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने घोषणा की कि JAC की अगली बैठक हैदराबाद में आयोजित होगी.
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परिसीमन पर DMK के नेतृत्व में JAC की बड़ी बैठक
“The next meeting of JAC(Joint Action Committee) for fair delimitation will be hosted by Telangana. Tamilnadu CM MK Stalin thanked all the participating members of the first meeting in Chennai.”
मतलब यह मुद्दा अभी गरम रहेगा। इस मुद्दे पर राजनीति भी होगी । pic.twitter.com/ZZfb0TIFj4
— Narendra Nath Mishra (@iamnarendranath) March 22, 2025
JAC के प्रस्ताव में क्या कहा गया?
>> परिसीमन को लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए पारदर्शी तरीके से किया जाए, जिसमें सभी राज्यों और राजनीतिक दलों की भागीदारी सुनिश्चित हो.
>> 42वें, 84वें और 87वें संविधान संशोधन के तहत उन राज्यों को प्रोत्साहन देने की मंशा थी, जिन्होंने जनसंख्या नियंत्रण के उपाय लागू किए हैं. ऐसे में 1971 की जनगणना के आधार पर संसदीय सीटों की संख्या फ्रीज करने की अवधि को अगले 25 साल तक बढ़ाया जाए.
>> जिन राज्यों ने जनसंख्या नियंत्रण के उपायों को प्रभावी रूप से लागू किया है, उन्हें सीटों की संख्या घटाकर दंडित नहीं किया जाना चाहिए. केंद्र सरकार को इसके लिए आवश्यक संवैधानिक संशोधन करने चाहिए.
>> इस मुद्दे पर रणनीति बनाने के लिए विभिन्न राज्यों के सांसदों की एक ‘कोर कमेटी’ बनाई जाएगी, जो संसद में इस मुद्दे को मजबूती से उठाएगी.
>> कोर कमेटी के सदस्य प्रधानमंत्री से मिलकर इस मुद्दे पर संयुक्त प्रतिनिधित्व देंगे.
>> विभिन्न राज्यों में इस मुद्दे पर विधानसभा में प्रस्ताव पारित करने की पहल की जाएगी और इसकी सूचना केंद्र को दी जाएगी.
>> जनता को परिसीमन के इतिहास, संदर्भ और इसके संभावित प्रभावों से अवगत कराने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.
बैठक में कौन-कौन रहा मौजूद?
इस महत्वपूर्ण बैठक में कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, ओडिशा कांग्रेस के अध्यक्ष भक्त चरण दास और बीजेडी नेता संजय कुमार दास बर्मा समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे.
ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बैठक में वर्चुअली हिस्सा लिया, जबकि तृणमूल कांग्रेस (TMC) की ओर से कोई भी प्रतिनिधि शामिल नहीं हुआ.